टीम इंडिया को विश्वकप जिताने वाला ये क्रिकेटर लड़ रहा कोरोना से जंग, हो रही जबरदस्त चर्चा

कुछ लोग लॉकडाउन के बावजूद अपने-अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं, जिन्हें रोकने के लिये पुलिस की ड्यूटी लगाई लगी है।

New Delhi, Mar 25 : कोरोना वायरस की वजह से जहां एक ओर ज्यादातर खिलाड़ी अपने-अपने घरों में बंद रहने को मजबूर हैं, वहीं टीम इंडिया को 2007 में टी-20 विश्वकप जिताने वाला खिलाड़ी सड़कों पर लोगों की मदद कर रहा है, उन्हें जानलेवा बीमारी से बचा रहा है, जी हां, हम बात कर रहे हैं टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर जोगिंदर शर्मा की, जिन्होने 2007 टी-20 विश्वकप फाइनल में आखिरी ओवर फेंका था, फिलहाल जोगिंदर क्रिकेट से रिटायरमेंट ले चुके हैं, और अब हरियाणा पुलिस में बतौर डीएसपी अपनी सेवा दे रहे है, कोरोना के दौरान भी वो घर से बाहर ड्यूटी पर हैं।

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कोरोना से लड़ रहे जोगिंदर
जोगिंदर शर्मा हरियाणा पुलिस में बतौर डीएसपी कार्यरत हैं, इस समय उनकी ड्यूटी लगी हुई है, वो सड़क पर निकल रहे लोगों को घर वापस भेज रहे हैं, लोगों को घर में ही रहने की सलाह दे रहे हैं। मालूम हो कि पीएम मोदी ने बीती शाम देशभर में लॉकडाउन का ऐलान किया है, उन्होने राज्य सरकारों से इसे सख्ती से पालन करवाने को कहा है, इसलिये हरियाणा पुलिस डीएसपी जोगिंदर शर्मा भी लोगों को फिलहाल घर पर ही रहने को कह रहे हैं।

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लोगों को लौटा रहे
आपको बता दें कि कुछ लोग लॉकडाउन के बावजूद अपने-अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं, जिन्हें रोकने के लिये पुलिस की ड्यूटी लगाई लगी है, ताकि लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो, पूर्व क्रिकेटर ने ट्विटर पर लिखा है, रोकथाम कोरोना वायरस का एकमात्र इलाज है, चलो एकजुट होकर इस महामारी से लड़ें, कृपया हमारा सहयोग करें, जय हिंद।

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2007 विश्वकप के हीरो
जोगिंदर शर्मा को 2007 टी-20 विश्वकप फाइनल का हीरो कहा जाता है, इसी जीत की वजह से उन्हें हरियाणा पुलिस में डीएसपी का पद मिला, जोगिंदर स्पोर्ट्स कोटे से जरुर पुलिस अधिकारी बने, लेकिन अब वो सबकुछ छोड़कर देश और समाज की सेवा कर रहे हैं।  पूर्व ऑलराउंडर ने टीम इंडिया के लिये सिर्फ 4 वनडे और 4 टी-20 मैच ही खेले, उनके नाम सिर्फ 5 इंटरनेशनल विकेट है, हालांकि टी-20 विश्वकप 2007 के सेमीफाइनल और फाइनल में उन्होने शानदार प्रदर्शन कर टीम को चैंपियन बनाया था, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होने आखिरी ओवर में 2 विकेट लेकर टीम को मैच जिताया, फिर फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ मिस्बाह उल हक को आउट कर टीम को विश्व विजेता बनाया, लेकिन इस मैच के बाद उनका टी-20 करियर खत्म ह गया, उन्हें दोबारा टीम में मौका नहीं मिला। उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का साल 2007 ही रहा।