मोदी की अपील पर सवाल उठाने पर अदनान सामी ने शशि थरुर को उन्हीं की भाषा में दिया जवाब, जबदस्त भिड़ंत

शशि थरुर के इस ट्वीट का जवाब अदनान सामी ने भी हिंदी में ही लिखकर दिया, उन्होने लिखा, भाई साहब मैंने आपको अंग्रेजी में इसलिये लिखा, क्यूंकि आपके पहले ट्वीट की भाषा अंग्रेजी में थी।

New Delhi, Apr 05 : पीएम मोदी ने देशवासियों से 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट के लिये दीया और मोमबत्ती जलाने की अपील की है, जिस पर ट्विटर पर सिंगर अदनान सामी और कांग्रेस नेता शशि थरुर भिड़ गये, पहले पूर्व केन्द्रीय मंत्री शशि थरुर ने मोदी के फैसले के बारे में बात करते हुए ट्वीट का, जिस पर अदनान सामी ने जवाब देते हुए रिप्लाई किया है।

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क्या था ट्वीट
कांग्रेस नेता शशि थरुर ने ट्विटर पर लिखा 5 अप्रैल को रात 9 बजे लाइट बंद करने फिर अचानक रात 9.09 पर चालू करने से इलेक्ट्रिक ग्रिड क्रेश हो सकती है, इसलिये इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड्स रात 8 बजे से ही बिजली काटने और रात 9.09 बजे वापस देने की सोच रहे हैं, इसी ट्वीट के जवाब में सिंगर अदनान सामी ने लिखा है, वो लोगों के एक होने के समय पर ठीक बात नहीं बोल रहे हैं।

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थरुर ने फिर दिया जवाब
शशि थरुर को अदनान सामी की ये बात अच्छी नहीं लगी, उन्होने हिंदी में सिंगर की बात का जवाब देते हुए लिखा, भाई साहब, आप का संदेश हिंदुस्तानी में होता, तो ज्यादा अच्छे से समझ आता, मैं भी तो यही कह रहा हूं, कि लोगों को अंधेरी टनल में क्यूं रखना, जबकि रोशनी हो सकती है, और हां बिना बिजली के लिफ्ट कैसे कराएंगे?

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अदनान ने भी दिया जवाब
थरुर के इस ट्वीट का जवाब अदनान सामी ने भी हिंदी में ही लिखकर दिया, उन्होने लिखा, भाई साहब मैंने आपको अंग्रेजी में इसलिये लिखा, क्यूंकि आपके पहले ट्वीट की भाषा अंग्रेजी में थी, अब जो आपने हिंदी में लिखा है, तो जवाब भी हिंदी में दूंगा, रोशनी आप दिल में रखिये और लिफ्ट की फिक्र ना कीजिए, वो मौला देगा। कोई और जुबान?

मोदी की अपील
मालूम हो कि पीएम मोदी ने रविवार 5 अप्रैल यानी आज रात नौ बजे नौ मिनट के लिये घर की सभी लाइटें बंद करके मोमबत्ती, दीया, टॉर्ट या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर दरवाजे, बॉलकनी या छत पर खड़े होने के लिये कहा है, उन्होने कहा कि चारों ओर जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा, तो प्रकाश की उस महाशक्ति का एहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं, वो उजागर होगा, उस प्रकाश की रोशनी में हम ये संकल्प लें, कि हम अकेले नहीं हैं, कोई भी अकेला नहीं है, 130 करोड़ देशवासी एक ही संकल्प के साथ कृतसंकल्प है।