कोरोना संकट के बीच रघुराम राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बचाने के लिये कही बड़ी बात, दी सलाह
रघुराम राजन ने सरकार को इस महामारी के खत्म होने के बाद की प्लानिंग के लिये आग्रह करते हुए कहा कि अगर वायरस को जल्द हरा नहीं सके, तो लॉकडाउन के बाद की प्लानिंग पर काम करना होगा।
New Delhi, Apr 05 : कोरोनो संकट की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था के हालात पर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने एक ब्लॉग लिखा है, उन्होने अपने इस ब्लॉग का टाइटल हाल के दिनों में भारत के लिये सबसे बड़ी चुनौती रखा है, जिसमें उन्होने कुछ संभावित कदम के बारे में जानकारी दी है, ताकि इस मुश्किल हालात में आर्थिक संकट से निपटा जा सके। उन्होने कहा कि लॉकडाउन की वजह से भारतीय इकॉनमी के लिये ये संकट की स्थिति है।
नौकरियों पर खतरा
रघुराम राजन ने अपने ब्लॉग में लिखा है, कि अर्थव्यवस्था के नजरिये से बात करुं, तो भारत के सामने आजादी के बाद ये सबसे बड़ी चुनौती है, पिछले सप्ताह सामने आये एक रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 की वजह से भारत में 13.6 करोड़ नौकरियों पर खतरा है। राजन ने ये भी बताया कि 2008-09 वित्तीय संकट के दौर में डिमांड को बड़ा झटका लगा था, लेकिन तब कर्मचारी काम पर जाते थे, इसके बाद आने वाले सालों में कंपनियों ने जबरदस्त ग्रोथ दिखाई थी, हमारा फाइनेंशियल सिस्टम मजबूत था, सरकारी वित्त भी बेहतर स्थिति में था।
इकॉनमी रिस्टार्ट करने के लिये हो प्लानिंग
रघुराम राजन ने सरकार को इस महामारी के खत्म होने के बाद की प्लानिंग के लिये आग्रह करते हुए कहा कि अगर वायरस को जल्द हरा नहीं सके, तो लॉकडाउन के बाद की प्लानिंग पर काम करना होगा, देशव्यापी स्तर पर ज्यादा दिनों तक लॉकडाउन रखना बेहद कठिन काम है, इस बात पर विचार होना चाहिये, कि आने वाले दिनों में हम कैसे कुछ गतिविधियों को शुरु कर सकते हैं, इकॉनमी को रिस्टार्ट करने के लिये उन्होने सुझाव दिया कि वर्कप्लेस के नजदीकी स्वस्थ्य युवाओं को हॉस्टल में रखा जा सकता है।
सप्लाई चेन के लिये उठाएं प्रभावी कदम
पूर्व आरबीआई गवर्नर ने ये भी लिखा है कि चूंकि उत्पादों की सप्लाई चेन सुनिश्चित करने के लिये मैन्युफैक्चरिंग को सबसे पहले चालू करना होगा, ऐसे में इस बात की प्लानिंग होनी चाहिये, कि कैसे ये पूरा सप्लाई चेन फिर से काम करेगा, इसके लिये प्रशासनिक ढांचे को जल्द से जल्द प्रभावी तरीके से प्लानिंग करनी होगी, इस बारे में अभी से ही विचार करना होगा।