ये हैं सूर्य नमस्‍कार के 12 स्‍टेप्‍स, लॉकडाउन में घर पर फिट रहने का सबसे आसान तरीका

इन दिनों पूरा देश घर में है, कोरोना से बचने के लिए ये जरूरी है । ऐसे में घर में रहकर आप किस तरह हैल्‍दी रह सकते हैं वो हम आपको बता रहे हैं ।

New Delhi, Apr 08 : घर पर रहकर खाते-पीते ही नहीं रहता है, या फिर टीवी, मूवी इसी में इन्‍गेज नहीं रहता है । आप बाहर घूने नहीं जा सकते लेकिन अपने लिए 5 से 10 मिनट निकाल सकते हैं । जी हां, इस समय आपके मानस के साथ शरीर का भी हैल्‍दी रहना बहुत आवश्‍यक है । इस आर्टिकल में आपको सूर्य नमस्‍कार के 12 स्‍टेप्‍स की जानकारी हम आपको दे रहे हैं । इन्‍हें पढ़ें, संबंधित वीडियो देखें, सीखें और करें । आपके निरोगी रहने की गारंटी इस योग में छिपी है । सूर्य नमस्‍कार सिर्फ योगासन नहीं स्‍वास्‍थ्‍य का एक पैकेज है । तो घर पर नियमित रूप से ये करें और सेहतमंद हो जाएं ।

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प्रणाम आसन –  इस आसन के लिए सबसे पहले अपने दोनों पंजे जोड़ें, फिर दोनों हांथों को कंधे के समान्तर उठाए और अपना सारा वजन दोनों पैरों पर डालें। दोनों हथेलियों के पिछले हिस्‍से एक दूसरे से चिपकाए रहें और प्रणाम की मुद्रा में खड़े हो जाएं।
हस्ततुन्नासन – ये आसन करने के लिए गहरी सांस भरें । दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं । अब हाथ और कमर को बेंड करते हुए दोनों भुजाओं और गर्दन को पीछे की ओर झुका लें।
हस्तपाद आसन – इस आसन में बाहर की ओर सांस छोड़ते हुए,  धीरे धीरे आगे की तरफ नीचे की ओर झुकते जाएं । अपने दोनों हाथो को कानों के पास से घुमाते हुए अब जमीन को छूएं।

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अश्व संचालन आसन – ये आसन करने के लिए अपनी हथेलियों को जमीन पर रखें, अब सांस लेते हुए दाहिने पैर को पीछे की ओर ले जाएं और बायें पैर को घुटने की ओर से मोड़ते हुए ऊपर की ओर रखें। गर्दन को ऊपर की ओर ले उठाएं और अब इसी स्थिति में कुछ देर रहें।
दंडासन – इस आसन में आप सांस लेते हुए बायें पैर को पीछे की ओर ले जाएं । बाकी पूरे शरीर को सीधी रेखा में रखें, अपने हाथ जमीन पर एकदम सीधे रखें।
अष्टांग नमस्कार –  इस आसन को करने के लिए अपने घुटने जमीन पर रखें और अब सांस छोडें। अपने हिप्‍स को पीछे से ऊपर की ओर उठाएं और अब अपनी चेस्‍ट और चिन को जमीन से टच कराएं । कुछ देर ऐसे ही रहें ।

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भुजंग आसन – इस आसन में आप धीरे धीरे अपनी सांस छोड़ते हुए चेस्‍ट को आगे की ओर लेकर जाएं, अब हाथों को जमीन पर एकदम सीधा रखें। गर्दन पीछे की ओर झुका लें, अब दोनों पंजों को सामने की ओर सीधा खड़ा रखें।
अधोमुखश्वनासन – एक बार फिर से सांस छोड़ते हुए दोनों पैरों को आराम से पीछे की ओर ले जाएं, अब दोनों हाथों को जमीन से लगाएं और गर्दन को झुका लें । इस आसन में आप अंग्रेजी कैपिटल लेटर V की स्थिती में आ जाएंगे।
अश्वसंचालन आसन – ये आसन करने के लिए अपनी हथेलियों को जमीन पर रखें, अब सांस लेते हुए दाहिने पैर को पीछे की ओर ले जाएं और बायें पैर को घुटने की ओर से मोड़ते हुए ऊपर की ओर रखें। गर्दन को ऊपर की ओर ले उठाएं और अब इसी स्थिति में कुछ देर रहें।

हस्तपाद आसन – इस आसन में बाहर की ओर सांस छोड़ते हुए,  धीरे धीरे आगे की तरफ नीचे की ओर झुकते जाएं । अपने दोनों हाथो को कानों के पास से घुमाते हुए अब जमीन को छूएं।
हस्तउत्थान आसन – ये आसन दूसरे आसन के ही समान है । इसे करने के लिए आप गहरी सांस भरें और अब दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं। अब हाथ और कमर को झुकाते हुए दोनों भुजाओं और गर्दन को भी पीछे की ओर झुकाएं।
ताड़ासन – सूर्य नमस्‍कार का अंतिम आसन है ये आसन । अब इस आखिरी आसन में धीरे धीरे सांस छोड़ते हुए अपने शरीर को सीधा करें और दोनों हाथों को नीचे की ओर ले जाएं ।