शहीद कर्नल आशुतोष ने बेटी से आखिरी बार कही थी ऐसी बात, पत्नी बोलीं – आंसू नहीं बहाऊंगी
कर्नल की पत्नी पल्लवी और बेटी वैशाली नगर इलाके में रंगोली गार्डन में रहती हैं । आशुतोष के परिजनों को रविवार सुबह ही उनकी शहादत की खबर मिली।
New Delhi, May 04 : हंदवाड़ा एनकाउंटर में शनिवार रात सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा समेत 5 जवान शहीद हो गए । कर्नल ने आखिरी बार अपनी बेटी से बात की थी, एक मई को हुई इस बातचीत में एक पिता ने अपनी बेटी को घर वापस आने की बात कही थी, शहीद कर्नल की पत्नी इस दुखद समय का दृढ़ता से सामना कर रही हैं, उन्होने बातचीत में कहा कि वो अपने पति की शहादत का सम्मान करती हैं और उनके लिए आंसू नहीं बहाएंगी ।
बुलंदशहर के रहने वाले थे कर्नल
कर्नल शर्मा मूलत: यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले हैं । उनके बड़े भाई पीयूष शर्मा की नौकरी जयपुर में लगने के बाद पूरा परिवार यहीं बस गया । जयपुर में उनकी पत्नी पल्लवी के अलावा बेटी तमन्ना है और बुजुर्ग मां, भाई-भाभी और एक बहन भी रहती हैं । बड़े भाई पीयूष जहां अजमेर रोड पर जयसिंहपुरा में सेलिब्रेशन विला में रहते हैं, जबकि कर्नल की पत्नी पल्लवी और बेटी वैशाली नगर इलाके में रंगोली गार्डन में रहती हैं । आशुतोष के परिजनों को रविवार सुबह ही उनकी शहादत की खबर मिली।
कर्नल शर्मा की पत्नी
कर्नल आशुतोष शर्मा की पत्नी पल्लवी ने कहा, ‘मुझे गर्व है कि पति देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए। उनकी शहादत पर आंसू नहीं बहाऊंगी। देश के लिए कुर्बान होना सम्मान की बात है, यह उनका फैसला था, इसका पूरा सम्मान करूंगी।’ मीडिया से बातचीत में शहीद कर्नल की पत्नी पल्लवी ने कहा, ‘आर्मी ज्वाइन करने के बाद से आशु का पैशन और ड्रीम सिर्फ उनकी यूनिफार्म थी। ऐसे में कोई उनकी शहादत पर अफसोस जताए, यह सही नहीं है। आशु ने आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान जो किया यह उनका निर्णय था। हमें उनके निर्णय का सम्मान करना पड़ेगा। वे देश के लिए शहीद हुए हैं। इसलिए हमारी आंखों में गम के आंसू नहीं हैं। हमें उनकी शहादत पर गर्व है।’
28 फरवरी को उधमपुर में मिले थे मियां-बीवी
शहीद की पत्नी ने कहा – ‘आखिरी बार उनसे 1 मई को बात हुई थी । तब मैंने उन्हें 21 आरआर की 26वीं वर्षगांठ पर बधाई देने के लिए फोन किया था। उसके बाद ही वह ऑपरेशन में चले गए थे । वो काफी व्यस्त थे इसलिए बात करने का समय ही नहीं मिला । उन्होने कहा था अपना ख्याल रखना । कर्नल की पत्नी ने बताया कि उन्हें जून महीने में हंदवाड़ा में दो साल पूरे होने वाले थे। आखिरी बार उनसे 28 फरवरी को उधमपुर में मुलाकात हुई थी, तबसे बस फोन पर ही बात होती थी ।
शहीद की बेटी की यादों में पापा
वहीं शहीद कर्नल आशुतोष की बेटी तमन्ना ने बताया – आखिरी बार पापा से 1 मई को बात हुई थी। उन्होंने कहा था, ऑपरेशन से लौटकर कॉल करूंगा। पत्नी पल्लवी ने आगे बताया – ‘कहीं ना कहीं कल रात से ही अंदेशा था कि चीजें बहुत अच्छी नहीं हो रही हैं, क्योंकि उनसे (आशुतोष) कॉन्टेक्ट नहीं हो पा रहा था। हमारी शादी को 16 साल हो गए हैं। इतने सालों में आर्मी की ड्यूटी में पता चल जाता है कि अगर कॉन्टेक्ट नहीं हो पा रहा है तो मतलब है कि वे किसी ऑपरेशन में हैं। तब चिंता भी होती है।’
Source:Bhaskar.com