बड़ा रेल हादसा, 17 मजदूरों की गई जान, पीएम मोदी ने जताया दुख
इस दुर्घटना में 4 मजदूर गंभीर रुप से घायल बताये जा रहे हैं, सभी एक निजी फैक्ट्री में काम करते थे, मजदूरों ने बताया कि दिन भर पैदल यात्रा करने के बाद वो रात में आराम करने के लिये रेलवे ट्रैक पर ही सो गये।
New Delhi, May 08 : महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेलवे ट्रैक पर सोये प्रवासी मजदूरों के ऊपर से ट्रेन गुजरने की वजह से 17 लोगों की मौत हो गई है, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी प्रवासी मजदूर रेलवे ट्रैक पर सो रहे थे, तभी वहां से एक मालगाड़ी गुजर गई, ये हादसा औरंगाबाद के जालना रेलवे लाइन पर हुआ, करमाड पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है, ये घटना तड़के सुबह 5.15 की है।
एमपी के मजदूर
बताया जा रहा है कि ये सभी प्रवासी मजदूर मूल रुप से मध्य प्रदेश के रहने वाले थे, वो ट्रेन पकड़ने के लिये भुसावल की ओर जा रहे थे, सभी मजदूर जलगांव के एक आयरन फैक्ट्री में काम करते थे, गुरुवार को भी औरंगाबाद से मध्य प्रदेश के लिये ट्रेन चली थी, मजदूर 35-36 किमी पैदल चलने के बाद थक चुके थे, जिसके बाद बदनपुर और करमड के बीच रेलवे ट्रैक पर भी सो गये। बताया जा रहा है कि सभी मजदूर शहडोल के रहने वाले थे, साउथ सेंट्रल रेलवे के पीआरओ ने कहा कि ये मालगाड़ी की खाली रेक थी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंच चुकी है।
4 घायल
इस दुर्घटना में 4 मजदूर गंभीर रुप से घायल बताये जा रहे हैं, सभी एक निजी फैक्ट्री में काम करते थे, मजदूरों ने बताया कि दिन भर पैदल यात्रा करने के बाद वो रात में आराम करने के लिये रेलवे ट्रैक पर ही सो गये, अधिकारियों के मुताबिक ये दुर्घटना एक मालगाड़ी के गुजरने से हुई है।
Extremely anguished by the loss of lives due to the rail accident in Aurangabad, Maharashtra. Have spoken to Railway Minister Shri Piyush Goyal and he is closely monitoring the situation. All possible assistance required is being provided.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 8, 2020
मौके पर ही मौत
हादसा औरंगाबाद के जालना रेलवे लाइन पर हुआ, जिसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची, फ्लाईओवर के पास ही रेलवे ट्रैक पर सभी मजदूर सो रहे थे, तभी मालगाड़ी वहां से गुजर गई, 17 मजदूरों की तो मौके पर ही मौत हो गई, कुछ ने भागने की कोशिश की, जिसमें वो गंभीर रुप से घायल हो गये हैं।
ट्रेन पकड़ने जा रहे थे
औरंगाबाद एसपी मोक्षदा पाटिल ने कहा कि सभी लोग जालना की एक निजी कंपनी में काम करते थे, और भुसावल जाकर ट्रेन पकड़कर अपने घर शहशोल लौटना चाहते थे, सभी करीब 45 किमी की पैदल यात्रा तय कर चुके थे, एसपी ने बताया कि मृतकों में महिला और बच्चे नहीं हैं, आपको बता दें कि भुसावल से स्पेशल ट्रेन के जरिये एमपी लौटने की प्लानिंग थी।