अमेरिका के ट्रंप कार्ड से चीन को तगड़ा झटका, नई लॉबी बनाने की तैयारी में जिनपिंग

कोरोना संक्रमण को लेकर अमेरिका और चीन एक-दूसरे पर हमलावर हैं, दोनों एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगा रहे हैं।

New Delhi, May 23 : कोरोना संक्रमण को लेकर आरोप-प्रत्यारोप के बीच अमेरिका ने चीन को बड़ा झटका दिया है, अमेरिका ने चीन की 33 कंपनियों और अन्य संस्थाओं को इकॉनमिक ब्लैकलिस्ट में डालने का फैसला लिया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के कॉमर्स विभाग ने शुक्रवार को कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन और अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर 33 चीनी कंपनियों तथा अन्य संस्थानों को ब्लैकलिस्ट में डाला जा रहा है।

Advertisement

मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप
अमेरिकी कॉमर्स विभाग के मुताबिक चीन में वीगर मुस्लिमों के हाईटेक सर्विलांस, जबरन काम कराने और मनमाने तरीके से लोगों को हिरासत में रखने तथा मानवाधिकार उल्लंघन मे भागीदार होने की वजह से 9 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाये जा रहे हैं। ट्रंप प्रशासन ने कहा कि 7 व्यापारिक संस्थान चीन को हाईटेक सर्विलांस लागू करने में मदद कर रहे हैं, साथ ही चीन की 24 सरकारी और व्यापारिक संस्थाओं को इसलिये ब्लैकलिस्ट किया जा रहा है, क्योंकि उन्होने चीनी मिलिट्री के मास डिस्ट्रक्शन से जुड़े हथियार हासिल करने और अन्य एक्टिविटी में मदद की।

Advertisement

कोरोना को लेकर चीन-अमेरिका में तनातनी
मालूम हो कि कोरोना संक्रमण को लेकर अमेरिका और चीन एक-दूसरे पर हमलावर हैं, दोनों एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगा रहे हैं, अमेरिका का कहना है कि चीन ने कोरोना वायरस को लेकर जानकारी छिपाई और इसकी वजह से दुनिया में कोरोना महामारी फैली। अमेरिका की तरफ से बार-बार कहा जा रहा है कि वुहान स्थित लैब में कोरोना वायरस तैयार किया गया।

Advertisement

चीन करता है खारिज
हालांकि अमेरिका के आरोपों को चीन खारिज करता आया है, अब तक दुनिया में कोरोना के 52 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं,   वहीं सिर्फ अमेरिका में 16 लाख से ज्यादा मरीज हो चुके हैं, अमेरिका में कोरोना से अब तक 96 हजार लोगों की मौत हो चुकी है, इसके साथ ही अभी भी रोजाना इस आंकड़ें में वृद्धि हो रही है।