टॉप-10 संक्रमित देशों में शामिल हुआ भारत, पिछले 24 घंटों में सामने आए सबसे ज्यादा नए मामले

कोरोनावायरस के जो आंकड़ें अब तक आपको टीवी पर डरा रहे थे वो अब अपने देश में सामने आ रहे हैं । लाख पार होने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है ।

Advertisement

New Delhi, May 25: कोरोना वायरस का संक्रमण अब तेजी से फैल रहा है । इक्‍के – दुक्‍के दहाई आंकड़ों से निकलकर भारत भी हजारों की संख्‍या में प्रतिदिन नए मामलों से लड़ रहा है । हालात दिन पर दिन और बिगड़ रहे हैं, हालांकि देश का स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय निश्चिंत है और ये दावा कर रहा है कि हम इस वायरस से लड़ने में सक्षम हैं । लेकिन क्‍या हमारी तस्‍वीर अमेरिका, इटली और रूस की तरह नहीं बिगड़ेगेी । इन देशों में कोरोना संक्रमण ने लगभग सबको अपनी चपेट में ले लिया है ।

Advertisement

डेढ़ लाख के करीब पहुंची संख्‍या
देश में संक्रमित मरीजों की संख्या एक लाख 38 हजार 845 पहुंच गई है ।  इसी के साथ भारत आज उस सूची में भी प्रवेश कर गया    जो आंकड़ों से डराने वाली है । भारत आज सबसे ज्यादा संक्रमित देशों की सूची में नंबर 10 पर पहुंच गया है । इस सूची में अमेरिका टॉप पर है । इसके बाद ब्राजील, रूस, स्पेन, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी और तुर्की आते हैं । सभी देशों में मामलें 2 लाख से ऊपर जा पहुंचे हैं, मृतकों के आंकड़े 50 हजार से ज्‍यादा या आसपास हैं । भारत का इस लिस्‍ट में आना परेशानी का कारण है ।

Advertisement

पिछले 24 घंटे सबसे भारी
देश में पिछले 24 घंटों में कुल संक्रमित मरीजों के 6977 नए मामले सामने आए हैं । ये आंकड़ा लगातार चौथे दिन डराने वाला रहा है । चार दिन से मामले इसी तरह हजारों की संख्‍या में आ रहे हैं । पिछले 24 घंटों में 154 लोगों की मौत भी हुई है । स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों को मुताबिक अबतक 4021 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं, 57 हजार 721 लोग ठीक भी हुए हैं । ठीक होने वालों की संख्‍या राहत भरी है लेकिन मृतकों के आंकड़ डरा रहे हैं ।

लॉकडाउन में ढील है कारण ?
देश के प्रत्‍येक राज्‍य में लॉकडउान में ढील दे दी गई है । लगभग हर तरह के काम को इजाजत मिल गई है । लोग एक जगह से दूसरी जगह काम के लिए निकलने लगे हैं । वैसे तो कई नियमों के साथ ये सब काम हो रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इन नियमों से बहुत दूर है । सोशल डिस्‍टेंसिंग के बेसिक नियम का पालन भी ठीक प्रकार से नहीं हो रहा है । लेकिन केस बढ़ने का दोष लॉकडाउन को नहीं दिया जा सकता । दरअसल देश में टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ी है, इस वजह से भी मामले सामने आ रहे हैं ।

30 जनवरी को आया था पहला मामला
भारत में कोरोना वायरस महामारी का पहला मामला 30 जनवरी को सामने आया था । 22 मार्च को जनता कर्फ्यू, और 25 मार्च से पूर्ण लॉकडउान शुरू किया गया था । लॉकडाउन का अभी चौथा चरण चल रहा है । कुल दो महीने पूरे हो चुके हैं, लेकिन मरीजों की संख्‍यां 1-2 से एक लाख 38 हजार 845 लोग तक पहुंच चुकी है । स्‍पष्ट है कि, स्थिति सुधरी नहीं है । इसलिए लापरवाही अब भी ना करें, ध्‍यान से रहें । घर पर ही रहें, बहुत जरूरी ना हो तो घर से बाहर निकलने की कोई जरूरत नहीं ।