दिल्ली में जल्द मिलने लगेगी सस्ती शराब, इस तारीख से हटने वाला है 70% कोरोना टैक्स
दिल्ली में शराब के शौकीनों के लिए सरकार की ओर से राहत भरी खबर है । अब पियक्कड़ों को शराब पर कोरोना टैक्स देने की जरूरत नहीं होगी । जल्द ही इसे हटाया जा रहा है ।
New Delhi, Jun 08: देश में लॉकडाउन के दौरान लगभग 40 दिनों तक शराब की दुकानें भी बंद रहीं थीं । लेकिन राजस्व में हानि के चलते राज्य सरकारों ने केन्द्र सरकार से शराब की दुकानें खोलने की इजाजत ले ही ली । नतीजतन दिल्ली समेत देश भर में मदिरा प्रेमियों की मौज आ गई । लेकिन शराब पर राज्य सरकारों ने अपने हिसाब से कोरोना टैक्स लगाकर इसे दोबारा बेचना शुरू किया था । हैरानी की बात ये कि पियक्कड़ों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा । 50 से लेकर 70 फीसदी तक ज्यादा दाम देने को तैयार सुरा शौकीनों ने गिरते राजस्व को सहारा दिया । बहरहाल अब खुशखबरी ये है कि जल्द शराब पर लगा कोरोना सेस माफ होगा, और शराब पुरानी कीमत पर मिलनी शुरू होगी ।
दिल्ली वालों के लिए गुड न्यूज
दिल्ली में पीने वालों को अब 70 फीसदी कोरोना टैक्स नहीं देना होगा । देश की राजधानी में अब शराब पर अतिरिक्त कोरोना चार्ज नहीं लगेंगे । अरविंद केजरीवाल सरकार ने शराब पर लगी 70% विशेष कोरोना टैक्स को खत्म करने का फैसला किया है । यह इसी 10 जून से प्रभावी होगा । आम आदमी पार्टी की सरकार ने शराब से 70% सेस वापस लेने का फैसला करने के साथ ही VAT बढ़ाने का ऐलान भी कर दिया ।
बढ़ा दिया वैट
जी हां, कोरोना सेस तो खतम हो गया लेकिन वैट बढ़ा दिया गया है । वैट यानी वैल्यू एडेड टैक्स, दिल्ली में अब शराब पर 5% अतिरिक्त VAT वसूला जाएगा । अभी तक ये 20% वैट होता है, इसे बढ़ाकर 25% किया जाएगा । आपको बता दें कि 70% कोरोना सेस खुदरा बिक्री यानी कि शराब की MRP पर लगया गया था । अब इस सेस के हटने के बाद दिल्ली में फिर से शराब सस्ती मिलने लगेगी । दिल्ली सरकार को कोरोना सेस लगाकर शराब की बिक्री करने पर राजस्व में बड़ा फायदा मिला है ।
दिल्ली में अब सब खुल गया है
आपको बता दें दिल्ली में अब प्रतिबंधित क्षेत्रों के अलावा सभी अन्य परिसर खुल गए हैं । धार्मिक स्थल से लेकर मॉल, दुकानें, सैलून यहां तक कि रेस्तरॉ भी खोल दिए गए हैं । दिल्ली की सरकार के मुताबिक लॉकडाउन के कारण प्रदेश के खजाने पर प्रतिकूल असर पड़ा है, हालात यहां तक पहुंच गए कि सरकारी कर्मचारी को वेतन देना भी मुश्किल लगने लगा था । जिसके चलते दिल्ली सरकार ने केंद्र से 5000 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद भी मांगी थी । वहीं दिल्ली के अस्पतालों पर भी केजरीवाल सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कहा है कि दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली के कोरोना मरीजों का ही इलाज होगा । अन्य बीमारियों के इलाज लिए बाहरी राज्य के मरीज पहले की तरह आ सकते हैं ।