सीमा विवाद- बातचीत से नहीं मान रहा चीन, अब भारतीय सेना को खुली छूट!

सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हालात से निपटने के लिये अब सेना को खुली छूट दे दी गई है, इसे लेकर हथियार, उपकरण तथा साजो-सामान को पहले ही चीन से लगने वाले सीमा पर तैनात कर दिया गया है।

New Delhi, Jun 27 : पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत-चीन के बीच अभी तनातनी खत्म नहीं हुई है, ऐसा लग रहा है कि भारत सरकार ने भी मान लिया है कि करीब पिछले दो महीने से चला आ रहा ये गतिरोध फिलहाल खत्म नहीं होने वाला है, हालांकि दोनों देशों के बीच राजनयिक और सैन्य स्तर पर लगातार बातचीत चल रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सरकार ने इस मुद्दे को सुलझाने की जिम्मेदारी सेना को दे दी है।

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सेना को खुली छूट
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हालात से निपटने के लिये अब सेना को खुली छूट दे दी गई है, Galwan1 इसे लेकर हथियार, उपकरण तथा साजो-सामान को पहले ही चीन से लगने वाले सीमा पर तैनात कर दिया गया है, उन्होने ये भी बताया कि बड़ी संख्या में सेना को बॉर्ड पर भी भेजा जा रहा है, ताकि हालात के अनुसार चीन को करारा जवाब दिया जा सके।

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बातचीत का कोई नतीजा नहीं
सीमा पर चीन कई इलाकों को लेकर अपनी जिद पर अड़ा है, उनके झूठे दावों को भारत लगातार खारिज कर रहा है, ऐसे में अब तक बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला है, हालांकि दोनों देश अभी भी बातचीत जारी रखने को तैयार हैं, चीन के साथ बीजिंग और लद्दाख में कई दौर की बातचीत हो चुकी है, बातचीत में भारत का एकमात्र शर्त है, कि चीन पहले की स्थिति बरकरार रखे, भारत से ओर से कहा गया है कि एलएसी पर ऐसा ना करने से सीमावर्ती इलाकों में शांति कायम नहीं हो सकेगी।

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रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख की मुलाकात
इस बीच मास्को से लौटकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुश एमएम नरवणे से मुलाकात की है, कहा जा रहा है कि उन्होने लद्दाख के ताजा हालात पर बातचीत की है, साथ ही आगे की रणनीति पर भी चर्चा की है, मालूम हो कि नरवणे इसी सप्ताब लद्दाख के दौरे पर गये थे, जहां उन्होने फॉरवर्ड एरिया का दौरा किया था, इस दौरान उन्होने वहां सेना और कमांडर से भी बातचीत की थी।