मोदी का गुनाह राहुल की नजर में

अगर मोदी को यह सब याद रहता अथवा याद दिलाया जाता तो वे राहुल गाँधी के कलवाले प्रश्न का उत्तर देते कि गत अट्ठावन वर्षों में चार दशकों तक राज कर रही कांग्रेस एक इंच जमीन भी लाल चीन के चंगुल से न छुड़ा सकी|

New Delhi, Jul 02 : नरेन्द्र दा० मोदी बिफर पड़े होंगे| अपने गोरे बालों को नोचा होगा| रंज असीम हुआ होगा, आक्रोश भी| क्लेश बहुत आया होगा| कारण बस यही कि उन्होंने चेन्नई के वामपंथी दैनिक “द हिन्दू” में आज पढ़ा होगा राहुल का उनसे सीधा सवाल| शीर्षक है : “When will you throw out Chinese troops” Rahul asks PM. (पृष्ठ 11, कालम 6-8, 1 जुलाई 2020)| हालाँकि मोदी 17 जून को कह चुके हैं कि चीन ने भारत की जमीन नहीं कब्जियायी है| पर डेली टेलीग्राफ (लंदन) ने छापा कि पूर्वी लद्दाख में चौंसठ किलोमीटर गत माह में कब्जाया गया है|

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नेहरु के 58 साल पुराने बयान पर गौर करें| इसे मोदी ने तब नहीं पढ़ा होगा| वे बारह साल के बालक थे| अक्टूबर 1962 की घटना है| गुजरात के समाचार पत्रों में (सारे देश के दैनिकों के साथ) छपा था कि नेहरू ने संवाददाताओं के प्रश्न के उत्तर में कहा था : “मैंने भारतीय सेना को आदेश दे दिया है कि चीन की लाल सेना को पूर्वोत्तर के भूभाग से खदेड़ दो|” वे सीमा से तीन हजार किलोमीटर दूर द्वीपराष्ट्र श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो के सुरक्षित क्षेत्र में थे| नतीजे में चीन ने तभी अड़तालीस हजार वर्गकिलोमीटर भारतीय भूभाग हथिया लिया जो आजतक उसी के झंडे तले है| उस जंग में लाल सेना ने 1383 भारतीय सैनिकों को मार डाला था| ये हिन्दुस्तानी सूती मोजा और हलकी जर्सी पहन कर शून्य डिग्री हिमालयी तापमान में युद्धरत थे| भारत के दस हजार जवान थे| उसके मुकाबले लाल सेना के अस्सी हजार सैनिक|

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लौटें आज के सन्दर्भ पर| यही राहुल टाइप का प्रश्न 1963 में लोकसभा में कांग्रेसी सदस्यों द्वारा पूछा गया था| उस पर कांग्रेसी सदस्य महावीर त्यागी ने टिप्पणी की थी कि : “यह नेहरु सरकार चीन द्वारा कब्जायी जमीन तो क्या, बर्खास्त रक्षा मंत्री वीके कृष्ण मेनन से साल भर बाद भी सरकारी बंगला तक खाली नहीं करा सकी|” इस आवासवाली सड़क का नाम ही आज कृष्ण मेनन मार्ग है| भारत की सैनिक पराजय के शिल्पी मेनन को यह कांग्रेस का उपहार है|

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अगर मोदी को यह सब याद रहता अथवा याद दिलाया जाता तो वे राहुल गाँधी के कलवाले प्रश्न का उत्तर देते कि गत अट्ठावन वर्षों में चार दशकों तक राज कर रही कांग्रेस एक इंच जमीन भी लाल चीन के चंगुल से न छुड़ा सकी| तो केवल एक पखवाड़े में ही 64 वर्ग किलोमीटर (डेली टेलीग्राफ, लन्दन, के अनुसार) भूभाग मोदी कैसे मुक्त करा लेते ?
अतः राहुल जब कभी भी सत्ता हासिल कर लेंगे तो उनके समक्ष विस्तृत भूभागों को लौटा लाने का दोहरा दायित्व होगा| पहला नेहरु और मोदी के राज में चीन-पाकिस्तान द्वारा हथियाई भूमि को वापस भारतीय राष्ट्र में शामिल करने का| फिर अपनी अनुजा से छीना जा रहा लोदी एस्टेटवाला विशाल आवास|

(वरिष्ठ पत्रकार के विक्रम राव के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)