हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला, DSP समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद, 4 घायल

उत्‍तर प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी आपराधिक वारदात हो गई है, पुलिस और बदमाशों के बीच हुए एनकाउंटर में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं, जबकि 4 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं ।

New Delhi, Jul 03: कानपुर में हिस्‍ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला हो गया, बदमाशों और पुलिस के बीच चले एनकाउंटर में 1 DSP,1 इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसवाले शहीद हो गए हैं, जबकि 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है । एक पुलिसकर्मी के पेट में गोली लगी है, उनका बचना मुश्किल माना जा रहा है । आपको बता दें ये एनकाउंटर कानपुर के शिवराजपुर इलाके में रात 1 बजे हुआ ।

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तीन अपराधी मार गिराए
वहीं एनकाउंटर वाली जगह से कुछ दूर पर ही पुलिस ने एक और एनकाउंटर में 3 अपराधियों को मार गिराया है । पुलिस सूत्रों के अनुसार ये तीनों वही अपराधी हैं जो विकास दुबे के साथ थे । विकास अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है । पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस की टीम अपराधी के ठिकाने के पास पहुंचने ही वाली थी कि, उसी दौरान एक इमारत की छत से पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग होने लगी ।

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सीएम ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
उधर घटना की जानकारी मिलने पर सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने बदमाशों पर सख्‍त कार्रवाई के आदेश दिए हैं । सभी बॉर्डर को सील कर दिया गया है । लखनऊ के बड़े अधिकरी भी कानपुर के लिए रवाना हो गए हैं । डीजीपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज़ किया गया था, पुलिस टीम उसे पकड़ने गई थी । लेकिन तभी उनकी टीम पर ही हमला हो गया । विकास दुबे की लोकेशन पता करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस किया जा रहा है, पुलिस टीमें लगातार जगह-जगह दबिश दे रही हैं ।

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आपराधिक इतिहास
25000 के ईनामी बदमाश विकास दुबे पूर्व प्रधान व जिला पंचायत सदस्य भी रह चुका है । दुबे के खिलाफ 60 में से करीब 53 हत्या के प्रयास के मुकदमे चल रहे हैं । विकास दुबे बचपन से ही अपराध की दुनिया में अपना नाम बनाना चाहता था । उसने गैंग बनाया, लूट, डकैती, हत्याएं करने लगा । विकास दुबे ने 19 साल पहले थाने में घुसकर एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की हत्या कर दी थी, जिसके बाद से वो राजनीति में अपने पैर जमाने की कोशिश करने लगा ।