STF जांच में विकास दूबे के पुलिस मुखबिर के नाम का खुलासा, विभाग ने चलाया हंटर

एसटीएफ को जो अब तक सबूत मिले हैं, उसमें दरोगा केके शर्मा ने शाम साढे पांच बजे के करीब विकास से बात की थी, फिर दबिश से ठीक पहले कांस्टेबल राजीव चौधरी ने रात 12.11 बजे विकास को फोन कर दबिश की सूचना दी थी।

New Delhi, Jul 07 : कानपुर देहात के चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरु गांव में तीन जुलाई की रात हुई शूटआउट में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं, अब एसटीएफ टीम ने बड़ा खुलासा का है, जांच टीम के हाथ लगे ऑडियो क्लिप में विभीषण का पता चल गया है, जिसने पुलिस दबिश की सूचना विकास दूबे को दी थी, जांच में ये भी पता चला है कि चौबेपुर थाने में तैनात दरोगा केके शर्मा और कांस्टेबल राजीव चौधरी ने उस दिन विकास से बात की थी।

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थाने से दी गई थी सूचना
न्यूज 18 की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एसटीएफ को जो अब तक सबूत मिले हैं, उसमें दरोगा केके शर्मा ने शाम साढे पांच बजे के करीब विकास से बात की थी, up encounter फिर दबिश से ठीक पहले कांस्टेबल राजीव चौधरी ने रात 12.11 बजे विकास को फोन कर दबिश की सूचना दी थी, इतना ही नहीं सूचना के बाद विकास ने राजीव से कहा था, कि आज पुलिस वालों से निपट ही लेंगे, इसके बाद करीब साढे 12 से 1 बजे के बीच पुलिस टीम विकास के घर पर पहुंची, जहां विकास दूबे अपने गुर्गों के साथ पहले से घात लगाकर बैठा था, उसने अंधाधुंध फायरिंग शुरु कर दी।

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दोनों सस्पेंड
इस ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद दरोगा केके शर्मा और कांस्टेबल राजीव चौधरी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है, इससे पहले एसएसपी दिनेश कुमार शर्मा ने चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी और दरोगा कुंवर पाल को भी सस्पेंड कर दिया था। पूरे मामले में अब तक की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है, कि दबिश की सूचना चौबेपुर थाने से ही विकास को दी गई थी।

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अब तक फरार है विकास दूबे
घटना के 4 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस और एसटीएफ टीम विकास दूबे को गिरफ्तार नहीं कर पाई है, Vikas Dubey6 पुलिस टीम यूपी ही नहीं बल्कि आस-पास के दूसरे प्रदेशों में भी दबिश दे रही है, लेकिन अब तक विकास का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, पुलिस ने शक जाहिर किया है कि विकास एमपी के ग्वालियर में छुपा हो सकता है, लिहाजा एमपी पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है।