PNB में एक और घोटाला, बैंक को लेगा 3,688 करोड़ का चूना, DHFL को दिया लोन फ्रॉड घोषित
नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के बाद पंजाब नेशनल बैंक को एक और बड़ा झटका लगा है । बैंक ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लि. (DHFL) को दिए 3,688.58 करोड़ रुपये के लोन को फ्रॉड घोषित किया है ।
New Delhi, Jul 11: पंजाब नेशनल बैंक को एक बार फिर बड़े लोन घोटाले का सामना करना पड़ा है । बैंक की ओर से दीवान हाउसिंग फाइनेंस लि. को दिए 3,688.58 करोड़ रुपये के लोन को फ्रॉड घोषित कर दिया गया है । इससे पहले पीएनबी को नीरव मोदी और मेहुल चोकसी बैंक को लगभग 14 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगा चुके हैं । बैंक ने गुरुवार को जानकारी दी और बताया कि उसने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लि. के एनपीए खाते में 3,688.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बारे में जानकारी आरबीआई को दी है ।
बड़ी हेराफेरी आई सामने
डीएचएफएल कंपनी उस समय सुर्खियों में आई थी जब उसे लेकर एक रिपोर्ट में कहा गया कि उसने कई मुखौटा कंपनियों के जरिये कुल 97,000 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज में से कथित रूप से 31,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की । न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, पीएनबी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि – ‘कंपनी (डीएचएफएल) के खाते में 3,688.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की धोखाधड़ी की रिपोर्ट आरबीआई को दी गई है।’
बैंक की ओर से किया गया प्रावधान
बैंक की ओर से कहा गया है कि बैंक पहले ही तय मानदंडों के तहत इसके लिये 1,246.58 करोड़ रुपये का प्रावधान यानी प्रोविजनिंग कर चुका है । आपको बता दें डीएचएफएल पहली ऐसी वित्तीय सेवा कंपनी है जो कर्ज समाधान को लेकर एनसीएलटी के पास गई । कंपनी में पिछले साल ही नियमों के कथित उल्लंघन की रिपोर्ट के बाद एसएफआईओ यानी गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय समेत कई दूसरी संबंधित एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी थी ।
कई फर्जीवाड़ों में लिप्त है DHFL
बताया जा रहा है कि यह वही कंपनी है जिसकी यस बैंक में भी लोन धोखाधड़ी को लेकर जांच चल रही है । कंपनी के प्रमोटर वधावन बंधु गिरफ्तार हैं, प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को ही उनकी संपत्ति कुर्क कर दी है । आपको बता दें यस बैंक लोन घोटाले के मामले में ED ने बैंक के पूर्व प्रमुख राणा कपूर और DHFL के प्रमोटर्स कपिल वधावन और धीरज वधावन की 2400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की है । जिसमें राणा कपूर के 1000 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी और वधावन बंधुओं की 1400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी शामिल है ।