पायलट गुट का वीडियो आया सामने, लीडरशिप में बदलाव के साथ ये हैं मांगें

राजस्थान में सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है । उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट की अगुवाई वाले गुट की ओर से सोमवार को एक वीडियो जारी किया गया है ।

New Delhi, Jul 14: राजस्‍थान में मची राजनीतिक उथल – पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है । सोमवार को बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में 122 में से 106 विधायक शामिल हुए थे । बैठक के बाद अशोक गहलोत ने अपने विधायकों को बस में विदा किया, बताया जा रहा है कि विधायकों को होटल में शिफ्ट कर दिया गया है । वहीं देर रात एक वीडियो सचिन पायलट गुट का भी सामने आया । इस वीडियो में करीब 16 विधायक एक साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं ।

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सोशल मीडिया पर आया वीडियो
करीब 10 सेकेंड के इस वीडियो को सचिन पायलट के ऑफिशियल व्हाट्स ऐप ग्रुप में शेयर किया गया है । वीडियो में करीब 16 विधायक एक साथ बैठे दिख रहे हैं । हालांकि इस वीडियो में सचिन पायलट नहीं दिखाई दिए । वीडियो में 6 अन्य लोग भी हैं, लेकिन वो कौन हैं इसका पता नहीं चल पाया है ।
ये विधायक दिखे
वीडियो में दिख रहे विधायकों में इंद्रराज गुर्जर, मुकेश भाकर, हरीश मीणा दिखाई दिए हैं । वीडियो को ट्वीट करते हुए पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कैप्‍शन दिया फैमिली । जबकि मुकेश भाकर ने अपने बयान में कहा कि राजस्‍थान कांग्रेस में वफादारी का मतलब अशोक गहलोत की चरण वंदना करना है और यह हमें बर्दाश्त नहीं है । इन सबके बीच सचिन पायलट का दावा है कि उनके पास 30 कांग्रेसी विधायकों का समर्थन है, कुछ निर्दलीय विधायक भी उनके साथ खड़े हैं ।

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फ्लोर टेस्‍ट करे सरकार
पायलट के समर्थक, करीबियों ने सीएम अशोक गहलोत के बहुमत के दावे को खारिज कर दिया है । मांग की है कि अगर सरकार के sachinपास बहुमत है तो वह फ्लोर पर साबित करे, न कि सीएम हाउस में । सूत्रों का ये भी कहना है कि सचिन पायलट बहुत जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। जिसके बाद गहलोत का पूरा खेल ही बिगड़ सकता है ।

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नेतृत्‍व बदलने की मांग
पायलट गुट राजस्‍थान में नेतृत्‍व परिवर्तन की मांग कर रहा है । सचिन पायलट के करीबी सूत्र के हवाले से कहा गया है कि – ‘इस मामले के निपटारे के लिए हाईकमान की ओर से सही एक्शन नहीं लिया गया है, हमें आश्वासन नहीं मिला है कि हमारी बातें सुनी जाएंगी या नहीं।’ इन संकेतों से साफ है कि सचिन पायलट और समर्थक राज्य की लीडरशिप में बदलाव चाहते हैं और उससे कम पर नहीं मानेंगे । दरअसल सचिन पायलट गुट का कहना है कि राष्ट्रद्रोह के नोटिस के कारण ये विवाद और भी गंभीर हो गया है । दावा है कि केंद्रीय आलाकमान की ओर से कुछ फोन कॉल आए, लेकिन उनमें कोई आश्वासन नहीं दिया गया है । सचिन पायलट को आज होने वाली विधायक दल की बैठक में भी न्‍यौता दिया गया है, लेकिन वहां उनका जाना मुश्किल ही लग रहा है ।