आखिरकार नतीजे पर पहुंची मुंबई पुलिस, सुशांत सिंह राजपूत की मौत का सच आया सामने
30 दिनों इंतजार और करीब इतने ही लोगों से गहन पूछताछाछ के बाद मुंबई पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत की तफ्तीश लगभग पूरी कर ली है । क्या कुछ बताया गया है, आगे पढ़ें ।
New Delhi, 15 Jul: 1 महीना गुजर चुका है, सुशांत सिंह राजपूत के निधन को । मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने इस केस की हर एंगल से जांच की । दिग्गजों से भी पूछताछ हुई । पोस्टमार्टम की डिटेल रिपोर्ट से लेकर जिस कमरे में सुशांत ने खुदकुशी की थी, उस कमरे की फॉरेंसिक जांच के बाद अब पुलिस भी लगभग इस केस के नतीजे तक पहुंच चुकी है । बस फाइनल रिपोर्ट से पहले विसरा की रिपोर्ट का इंतजार है, जो अगले एक-दो हफ्ते में आ जाएगी । अब तक क्या कुछ हो चुका हे, वो आपको बताते हैं ।
खुदकुशी के पक्के सुबूत
पुलिस की तफ्शीश के बाद ये बात साफ होती जा रही है कि एक्टर ने खुदकुशी ही की है । मौका-ए-वारदात से मिले सबूत और सारी जांच पड़ताल इस ओर ही इशारा कर रही है कि सुशांत ने आतमहत्या की है । उनके फैंस ये चाहने वाले कितना भी इसे दूसरा एंगल देना चाह रहे हों लेकिन तमाम सवालों का पुलिस तफ्तीश में एक ही जवाब सामने आ रहा है । सुशांत की मौत के पीछे कोई साजिश नहीं है, ये सुसाइड का केस है ।
हर पहलू से हुई जांच
मुंबई पुलिस ये अच्छे से समझती है कि ये एक हाई प्रोफाइल केस है, लिहाजा, इस नतीजे पर पहुंचने से पहले उसने हर पहलू से मामले की जांच की । हर उस शख्स से पूछताछ की गई जो संदेह के घेरे में थ, हर उस चीज की जांच पड़ताल की गई, जिससे केस के लिंक थे । पुलिस ने जिन तथ्यों के आधार पर इसे सुसाइड का ही मामला माना है, उसमें पहली बात है कमरे का अंदर से बंद होना । सुशांत के घर में मौजूद उनके तीनों नौकर, और दोस्त के अलावा खुद सुशांत की वो बहन ने बताया कि दरवाजा अंदर से बंद था । दरवाजा खोलने के लिए डुप्लीकेट चाबी बनाने वाले को बुलाया गया था । दरवाजे और लॉक की भी जांच की गई है ।
बेड और पंखे के बीच अंतर
सोशल मीडिया पर भी ये सवाल खूब उछला कि एक 5 फीट 10 इंच का लड़का बेड पर खड़े होकर सुसाइड कैसे कर सकता है । पुलिस ने इसकी जांच में बताया कि उस कमरे में लगे सीलिंग फैन, और कमरे में मौजूद बेड के बीच का कुल फासला 5 फीट 11 इंच था, सुशांत की हाइट 5 फीट 10 इंच थी । यानी अगर सुशांत बेड पर खड़े हों तो सुशांत और पंखे के बीच सिर्फ 1 इंच का फर्क रह जाता है । लेकिन जांच में पता चला कि, घर में मौजूद सदस्यों ने जब कमरे का दरवाजा खोला तो सुशांत की लाश बेड के दूसरी तरफ यानी बेड के किनारे हवा में झूल रही थी । यानी सुशांत बेड पर नहीं थे । उनके पैर हवा में झूल रहे थे । वहां से पंखे की दूरी और ऊंचाई 8 फीट 1 इंच थी । यानी कि सुशांत ने फंदा तो बेड पर खड़े होकर ही बनाया, लेकिन फंदा गले में डालने के बाद वो बेड की दूसरी तरफ दोनों पैर फेंक कर हवा में झूल गए ।
शरीर पर चोट के निशान नहीं, कपड़े भी ठीक-ठाक थे
पुलिस जांच में ये सामने आया है कि सुशांत के जिस्म पर चोट के एक भी निशान नहीं मिले हैं । अगर कमरे में किसी भी तरह की हाथापाई हुई होती, तो ऐसे निशान जरूर मिलते । उनके दोनों हाथों की उंगलियों के नाखूनों की बारीकी से जांच हुई है । इसके अलावा आखिरी दिन सुशांत ने शॅर्ट्स और टी शर्ट पहनी हुई थी, कपड़ों की भी बारीकी से जांच हुई है । कपड़ों पर ऐसे कोई निशान नहीं हैं, जिससे कहा जाए कि उनकी किसी से लड़ाई हुई । सबसे खास बात ये कि सभी चश्मदीदों के एक ही जैसे बयान पुलिस को मिले हैं । कुल 6 चश्मदीदों के बयान पुलिस ने लिए थे जिसमें सुशांत के 3 नौकर, एक दोस्त, सुशांत की बहन और तालेवाला ।
बस विसरा रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस लगभग हर एंगल से जांच पूरी कर चुकी है, संभावितों से पूछताछ भी की जा चुकी है । पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से लेकर फॉरेंसिक जांच, 30 लोगों से पूछताछ के बाद मुंबई पुलिस की जांच का नतीजा यही है कि सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी ही की है । फाइनल रिपोर्ट तैयार करने से पहले पुलिस अब बस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है । ये जुलाई के दूसरे या तीसरे हफ्ते में मिल सकती है । विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही फाइनल रिपोर्ट दाखिल की जाएगी ।