कानपुर एनकाउंटर: अरविंद त्रिवेदी उर्फ गुड्डन ने उगले बड़े राज, पुलिस भी सच जानकर हैरान

कानपुर एनकाउंट में पकड़े गए विकास दुबे के साथी अरविंद त्रिवेदी उर्फ गुडड्न ने पुलिस पूछताछ में अपना मुंह खोला है । उसने कई बड़े राज बताए हैं ।

New Delhi, Jul 17: बिकरू कांड के बाद पकड़े गए जिला पंचायत सदस्य अरविंद त्रिवेदी उर्फ गुड्डन ने पुलिस पूछताछ में बड़े खुलासे किए हैं । पुलिस सूत्रों के मुताबिक विकास और उसकी गैंग को गुड्डन ही असलहा उपलब्ध करवाता था । बिकरू कांड में भी उसने असलहा दिए। वारदात के बाद से ये फरार था। जब पकड़ में आया और उससे पूछताछ हुई तो बड़े-बड़े राज सामने आए ।

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भेजे थे बदमाश
अरविंद त्रिवेदी उर्फ गुड्डन ने पुलिस को बताया कि उसने ही एक दर्जन बदमाश पुलिस पर हमला करने के लिए भेजे थे । उन सभी को असलहे भी मुहैया करवाए थे। पुलिस पूछताछ में हुए इस खुलासे के बाद अब बदमाशों को केस में नामजद कर रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जब मुखबिरी की सूचना विकास दुबे को मिली थी तो उस ने गुड्डन को भी फोन किया था । जिसके बाद गुड्डन ने असलहों से लैस बदमाशों को विकास के गांव बिकरू भेजा था । ये सारे बाइक से आए थे। पुलिस को उन सभी बदमाशों के नाम-पते और मोबाइल नंबर मिल गए हैं, जिसके आधार पर दबिश दी जा रही है ।

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गुड्डन भी था पुलिस हत्‍याकांड में शामिल !
मुंबई से पकड़े गए विकास के साथी गुड्डन और उसके ड्राइवर सोनू को कानपुर पुलिस, मुंबई की ठाणे कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर ले लाई है । बताया जा रहा है कि चौबेपुर के बिकरू गांव में हुए कांड में विकास दुबे का साथी अरविंद त्रिवेदी उर्फ गुड्डन भी शामिल था। मुंबई एटीएस की पूछताछ में भी गुड्डन ने कई खुलासे किए हैं ।

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गुड्डन ही सप्‍लाई करता था असलहा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक विकास और उसके गैंग को गुड्डन ने ही असलहे दिलवाए थे, बिकरू कांड में भी और इससे पहले की घटनाओं में भी । वारदात के बाद से ही ये फरार था । पुलिस ने इसके मोबाइल नंबर की सीडीआर निकाली तो लोकेशन का पता चला । वहीं उसका फोन भी बंद हुआ था । पुलिस के मुताबिक इससे ये पुष्टि नहीं हो पाई है कि वारदात के वक्त वह बिकरू में ही था या नहीं ।