सोनू पंजाबन पर कोर्ट का बड़ा फैसला, सजा के साथ-साथ मोटा जुर्माना
दिल्ली के द्वारका कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायधीश प्रीतम सिंह ने सोनू पंजाब को आईपीसी की धारा 328, 342, 366ए, 372, 373 तथा 120बी के तहत दोषी पाया था।
New Delhi, Jul 23 : 12 साल की नाबालिग बच्ची के अपहरण, देह व्यापार तथा मानव तस्करी के मामले में गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन दोषी पायी गई है, कोर्ट ने सोनू पंजाबन को 24 साल तथा उसके सहयोगी संदीप बेदवाल को बीस साल कठोस कारावास की सजा सुनाई है, इसके साथ ही कोर्ट ने इन दोनों पर जुर्माना भी लगाया है।
इन धाराओं के तहत दोषी
दिल्ली के द्वारका कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायधीश प्रीतम सिंह ने सोनू पंजाब को आईपीसी की धारा 328, 342, 366ए, 372, 373 तथा 120बी के तहत दोषी पाया था, इन मामलों में सजाएं एक साथ चलेगी, जिसकी वजह से सोनू को 24 साल जेल में रहना होगा, इसके साथ ही 64 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। वहीं कोर्ट ने संदीप को आईपीसी की धारा 363, 366, 366ए, 372, 120बी तथा 376 के तहत दोषी पाया है, बेदवाल को बीस साल की सजा सुनाई गई है, कोर्ट ने 65 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
16 जुलाई को फैसला सुरक्षित
कोर्ट ने संदीप और सोनू पंजाबन को दोषी ठहराते हुए उनकी सजा पर 16 जुलाई को फैसला सुरक्षित रख लिया था, आपको बता दें कि सोनू पंजाबन पर नाबालिग लड़की के किडनैपिंग, मानव तस्करी तथा देह व्यापार समेत कई आरोप थे, जबकि संदीप बेदवाल पर नाबालिग से दुष्कर्म, उसके अपहरण तथा मानव तस्करी का आरोप था।
प्यार का झांसा देकर फंसाया
पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर कोर्ट में दलील दी कि साल 2009 में जब पीड़िता महज 12 साल की थी, तब संदीप बेदवाल ने उसे प्यार का झांसा देकर शादी करने की बात कही थी, इसी दौरान संदीप लड़की को शादी का झांसा देकर अपने साथ लक्ष्मी नगर में किसी सीमा आंटी नामक महिला के घर ले गया था। पीड़िता के मुताबिक वहीं संदीप ने उसके साथ बलात्कार किया, फिर उसे सीमा आंटी को बेचकर चला गया, इसके बाद सीमा आंटी ने उसे देह व्यापार करने के लिये मजबूर किया, उसे नशे के इंजेक्श भी दिये गये, इसके बाद इसे कई लोगों को बेचा गया, इन्हीं खरीददारों में से एक सोनू पंजाबन भी थी।
सोनू पंजाब ने किया मजबूर
पीड़िता को सोनू पंजाबन ने देह व्यापार करने के लिये मजबूर किया, उसे नशे की दवाइयां और इंजेक्शन दिये गये, उसे अलग-अलग लोगों के पास भेजा जाता था, सोनू लगातार अपना ठिकाना बदलती रहती थी, कुछ समय बाद सोनू ने उसे लखनऊ के एक आदमी के पास बेच दिया, जो उससे वहां देह व्यापार करवाता था। लखनऊ के बाद उसे हरियाणा के रोहतक में राजपाल और सतपाल को बेचा गया, जहां सतपाल उससे देह व्यापार का काम करवाता था, कुछ दिनों बाद राजपाल ने उसे अपने घर पर रख लिया, वहां उसकी पत्नी और बच्चे भी थे, रोहतक मे कुछ दिन गुजारने के बाद पीड़िता 9 फरवरी 2014 को मौका पाकर भाग निकली और दिल्ली के नजफगढ इलाके में पुलिस के पास पहुंचकर आपबीती सुनाई।