राजस्थान में बढा सियासी टकराव, चौतरफा घिरती जा रही गहलोत सरकार, अब किया बड़ा ऐलान!
होटल फेयरमोंट में हुए कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद गहलोत ने कहा कि बीजेपी के षडयंत्र को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा, जरुरत पड़ी तो राष्ट्रपति भवन जाना पड़ा।
New Delhi, Jul 26 : राजस्थान में सियासी घमासान तेज होता जा रहा है, हाई कोर्ट से पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को राहत मिलने के बाद गहलोत खेमे में हलचल तेज हो गई है, विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर राजस्थान कैबिनेट की मीटिंग हुई, मंत्रिमंडल ने विधानसभा सत्र बुलाने के लिये प्रस्ताव पारित किया है, अब इसे राज्यपाल के पास भेजा जाएगा। राजनीतिक हलचल के बीच अब राजभवन तथा कांग्रेस के बीच टकराव बढता जा रहा है, 27 जुलाई को कांग्रेस सभी राज्यों के राजभवनों का घेराव करने वाली है, राजधानी जयपुर में भी राजभवन का घेराव होगा, कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर इस बात का ऐलान किया है, उन्होने लिखा है, लोकतंत्र की बत्या के खिलाफ देशभर में राजभवन घेरेगी कांग्रेस, दूसरी ओर बीजेपी नेता राज्यपाल से राजभवन में मिले, राज्यपाल से मुलाकात के बाद बीजेपी गहलोत सरकार पर हमलावर हो गई है, बीजेपी का कहना है कि हमने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग नहीं की है, बीजेपी सीएम से इस्तीफा मांग रही है।
गलत भाषा का इस्तेमाल
बीजेपी ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत ने राजभवन घेराव की चेतावनी दी थी, उनकी भाषा गलत है, होटल फेयरमोंट में हुए कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद गहलोत ने कहा कि बीजेपी के षडयंत्र को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा, जरुरत पड़ी तो राष्ट्रपति भवन जाना पड़ा, तो जाएंगे, राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास पर भी धरना देना पड़ा, तो देंगे, उन्होने कहा कि होटल में 21 दिन रहना पड़ सकता है, अशोक गहलोत ने दावा किया, कि बहुमत हमारे साथ है, तो वहीं राज्यपाल से मुलाकात के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान का मशहूर पॉलिटिकल ड्रामा चल रहा है, कल का घटनाक्रम आपराधिक दायरे में आता है, सत्र आहूत करना राज्यपाल का विशेष अधिकार है, राज्यपाल की छाती पर खड़े होकर निर्णय नहीं मनवा सकते, ये तरीका संविधान की अवहेलना है।
गहलोत ने लगाया बड़ा आरोप
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमने विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है, विधानसभा में हम बहुमत सिद्ध करेंगे, कोरोना पर भी चर्चा करेंगे, हमने गुरुवार रात को ही राज्यपाल से सत्र के लिये निवेदन किया था, आज हमने फिर से कहा कि राज्यपाल सत्र बुलाने का फैसला करें, राज्यपाल को बोल्ड डिसीजन लेना चाहिये, उम्मीद करते हैं कि जल्द ही राज्यपाल अपना फैसला सुनाएंगे, फैसला आने तक हम धरना देंगे, सीएम ने कहा कि हमेशा विपक्ष विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करता है, लेकिन यहां सत्ता पक्ष विधानसभा सत्र बुलाने की मांग कर रहा है, ऐसा क्या षडयंत्र है, कि विधानसभा सत्र बुलाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, वहीं राजभवन घेराव पर सीएम ने कहा कि ये बयान राजनीतिक बयान था, भैरों सिंह शेखावत ने भी राजभवन का घेराव किया था, बीजेपी के नये नेताओं को इसकी जानकारी नहीं होगी।
पायलट का आरोपों से इनकार
दूसरी ओर सचिन पायलट खेमे का दावा है कि हमारे ऊपर केन्द्र के इशारे पर पार्टी बनाने का आरोप गलत है, ये आपत्ति महेश जोशी के वकील ने कोर्ट में दर्ज की थी, ये संविधान में बदलाव का मामला है, यदि इसमें केन्द्र पार्टी नहीं है, तो याचिका डिफेक्टिव है, इसलिए हमें केन्द्र को पार्टी बनाना पड़ा, बार-बार केन्द्र और बीजेपी के साथ नाम जोड़कर हमें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, हमारा बीजेपी से कोई संबंध नहीं है, हम कांग्रेस में हैं और रहेंगे।