आ रहा है राफेल! अंबाला एयरबेस पूरी तरह तैयार, चीन–पाकिस्‍तान अब डरो

भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने आज राफेल विमान रक्षा बेड़े में शामिल होने वाला है । दुनिया के सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान के स्‍वागत के लिए अंबाला बेस पूरी तरह से तैयार है ।

New Delhi, Jul 28: भारत और चीन के बीच तनातनी के माहौल के बीच दुश्‍मन को थर्राने वालो लड़ाकू विमान राफेल आज भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होने वाला है । दुनिया के सबसे आधुनिक, सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमान का राफेल का देश में काफी वक्त से इंतजार था, वो अब बस चंद घंटों की दूरी पर है । फ्रांस और भारत के बीच हुई डील के तहत राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप बुधवार सुबह भारत पहुंच जाएगी । सोमवार को सभी 5 विमान फ्रांस से रवाना हुए थे, सात घंटे के सफर के बाद ये UAE पहुंचे हैं । अब वहां से भारत के लिए उड़ान भरेंगे ।

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पहली खेप 29 जुलाई को पहुंचेगी
पिछले वर्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस पहुंचकर पूजा-अर्चना के साथ विधिवत रूप से राफेल को स्वीकार किया था । तब से अबतक, राफेल विमान के लिए भारतीय वायुसेना के अधिकारियों की ट्रेनिंग जारी थी । अब जाकर इसकी पहली खेप देश को मिलने जा रही है । भारतीय वायुसेना के मुताबिक, ये अभी अंबाला बेस स्टेशन पर रखा जाएगा, सभी विमान बुधवार को यहां पहुंचेगे । अंबाला बेस, अपने सबसे आधुनिक विमान के आने की तैयारी में सजा हुआ है ।

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7000 किमी. की दूरी
फ्रांस से भारत का सफर राफेल के लिए आसान नहीं है । कुल 7000 किमी. की दूरी तय करने के बाद ये अंबाला बेस पर पहुंचा जाएगा । इस विमान की खासियत है कि इसमें उड़ान के दौरान ही ईंधन भरा जा सकता है । जिसके  बाद एक स्टॉप UAE के बेस पर लिया गया । अब यहां से ये विमान बुधवार को ये भारत के लिए रवाना होंगे ।

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स्‍वागत को तैयार है अंबाला एयरबेस
राफेल विमानों के आगमन की तैयारियां अंबाला एयरबेस पर जारी हैं । एयर बेस की सुरक्षा के बंदोबस्त भी कड़े कर दिए गए हैं । एयरबेस के 3 किलोमीटर के दायरे को नो ड्रोन जोन घोषित कर दिया गया है, यानी 3 किमी. के दायरे में ड्रोन या अन्य किसी तरह की उड़ान पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी । जो भी इसका उल्लंघन करता है तो उस पर एक्शन लिया जाएगा । आपको बता दें राफेल की पहली खेप की तैनाती अंबाला में ही रहेगी,  जो कि चीन बॉर्डर से सिर्फ 300 किमी. की दूरी पर ही है । जरूरत पड़ने पर कुछ ही मिनटों में राफेल को बॉर्डर पर पहुंचाया जा सकता है ।

36 राफेल आएंगे
भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल विमानों की डील हुई है । जिनमें से अभी सिर्फ 5 अही भारत भेजे जा रहे हैं । शुरुआती 10 राफेल विमान इसी साल तक  मिलने की संभावनाएं हैं, जबकि पूरे सभी 36 विमानों की डिलीवरी 2021 तक पूरी हो सकती है । इस विमान का भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होना देश की रक्षा ताकत को कई गुना बढ़ा देगा । चीन और पाकिस्‍तान जैसे देशों को अब भारत के आसमान में आने से पहले हजार बार सोचना होगा ।