अपने ही जाल में फंस गई रिया चक्रबर्ती, बिहार पुलिस के हाथ लग गए अहम सुबूत, बचना मुश्किल
सुशांत सिंह राजपूत मामले में रिया चक्रबर्ती अब अपने ही जाल में फंसती जा रही है, बिहार पुलिस को स्टेटमेंट तक ना देने वालीं रिया चक्रबर्ती के खिलाफ अहम राज खुल गए हैं ।
New Delhi, Aug 07: सुशांत सिंह राजपूत मामले में बिहार पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में केस सीबीआई को ट्रांसफर किए जाने के कारणों पर हलफनामा दाखिल किया है । रिया चक्रबर्ती को लेकर बिहार पुलिस ने कई अहम बातें भी सामने रखी गई हैं । आपको बता दें कि रिया ने बिहार पुलिस को स्टेटमेंट तक नहीं दी, वो उस वक्त अपने घर पर मौजूद ही नहीं थीं जब बिहार पुलिस उनसे बयान लेने पहुंची थी । पुलिस ने मामले में रिया को मुख्य आरोपी माना है, और बहुत हि अहम बातें कही हैं ।
बिहार पुलिस ने कोर्ट को बताया
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एफिडेविट में बिहार पुलिस ने रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के सुशांत सिंह राजपूत के करीब आने का एकमात्र मकसद बताया है- सुशांत का पैसा । बिहार पुलिस के मुताबिक सुशांत का पैसा हड़पना ही रिया का एकमात्र मकसद था, जिसमें उनका परिवार भी शामिल था ।
मानसिक बीमारी की झूठी तस्वीर
बिहार पुलिस की ओर से बहुत बड़ी बात ये कही गई है कि रिया चक्रबर्ती और उसके परिवार ने सुशांत की मानसिक बीमारी की झूठी तस्वीर तैयार की । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में कहा गया है कि रिया चक्रवर्ती सुशांत राजपूत को अपने घर ले गई थी, और उन्हें दवा की मात्रा को ओवरडोज में देना शुरू कर दिया था । सुशांत को उनके परिवार से दूर कर दिया था । वो उन्हें उनसे बात तक नहीं करने देती थी ।
मुंबई पुलिस ने नहीं किया सहयोग, लेकिन जुटाए सुराग
हलफ़नामे में बिहार पुलिस ने कहा कि मुंबई पुलिस के असहयोग के बावजूद उसने जांच में कई सुराग पाए हैं । सुप्रीम कोर्ट में दिए अपने जवाब में पुलिस की ओर से बताया गया कि इस केस में देश के कई स्थानों पर जांच करने की जरूरत है, इसी वजह से अगर सीबीआई इस मामले की जांच करेगी तो कईं अहम बातों का खुलासा होगा । एफिडेविट में यह भी बताया गया है कि बिहार पुलिस के पास एफआईआर दर्ज करने का अधिकार क्षेत्र था, लेकिन उसे करने नहीं दिया गया । मुंबई पुलिस पर आरोप है कि उन्होने कोई संगीन मामला दर्ज ही नहीं किया है ।