सुशांत के करीबी संदीप सिंह का पर्दाफाश ! मौत के दिन एंबुलेंस ड्राईवर भी कर रहा था बार-बार फोन
सुशांत सिंह राजपूत केस में उनके करीबी कहलाए जाने वाले दोस्त संदीप सिंह भी अब सवालों के घेरे में हैं । संदीप को लेकर कुछ ऐसे खुलासे हुए हैं जिसकी वजह से उन पर शक गहरा रहा है ।
New Delhi, Aug 26:सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद एक नाम जो फ्रंट पर काम करा था, वो था संदीप सिंह का । ये खुद को सुशांत के करीबी बता रहे थे । संदीप के मुताबिक वो और सुशांत बिहार से ही आते हैं, इस वजह से उनकी मुंबई में बहुत अच्छी दोस्ती थी । संदीप ने बताया था कि सुशांत, अंकिता और वो एक ही घर में रहा करते थे । लेकिन कुछ सालों पहले वो अलग-अलग घरों में रहने लगे । संदीप ने ये भी माना कि वो सुशांत से पिछले कुछ महीनों से टच में नहीं थे, लेकिन अब जो सच सामने आया है, उसके बाद संदीप सुशांत के करीबी थे या कुछ, ये सच संदीप को बताना ही होगा ।
संदीप सिंह कॉन्टेक्ट में नहीं थे …
संदीप सिंह की कॉल रिकॉर्ड की जांच की गई है, जिससे पता चलता है कि उन्होने पिछले एक साल से सुशांत से एक भी कॉल पर बात नहीं की थी । हालांकि संदीप ने ये माना था कि वो कुछ समय से सुशांत के कॉन्टेक्ट में नहीं थे लेकिन एक साल से एक भी कॉल नहीं, खुद को करीबी दोस्त कहलाने वाले संदीप सिंह ने पूरे साल में एक बार भी अपने जिगरी यार का हाल जानने की कोशिश क्यों नहीं की । सुशांत मामले में अब सीबीआई संदीप सिंह से भी पूछताछ करने वाली है ।
परिवार ने भी किया इनकार
एक ओर संदीप खुद को सुशांत का करीबी बताते रहे, वहीं सुशांत के परिवार ने संदीप को जानने से ही इनकार कर दिया है । सुशांत के परिवार के मुताबिक वो संदीप सिंह को जानते ही नहीं हैं । वो पहले दिन से कह रहे हैं कि संदीप सिंह कौन है वो ये जानते तक नहीं है । आपको बता दें सुशांत सिंह की मौत के बाद मीडिया में इंटरव्यू देने वाले सबसे पहले शख्स संदीप ही थे, जिन्होने इसे खुदकुशी बताते हुए सुशांत की आत्मा की शांति के लिए लोगों से शांति की अपील की थी ।
ड्राईवर क्यों कर रहा था फोन
वहीं संदीप सिंह को लेकर एक बार का और खुलासा हुआ है कि एंबुलेंस का ड्राईवर 14 जून को संदीप सिंह को लगातार कॉल कर रहा था । संदीप ने 14 जून को 3 बार और 16 जून को एक बार ड्राइवर को कॉल किया था । मामले में संदीप के मैनेजर दीपक साहू ने ट्वीट करते हुए सफाई दी है, उन्होने लिखा – जाहिर सी बात है जब संदीप सिंह मीतू सिंह की औपचारिकताएं पूरी करने में मदद कर रहे थे । इसमें कोई रॉकेट साइंस नहीं है ये समझने में की एंबुलेंस का ड्राइवर उनके नंबर पर कॉल क्यों कर रहा था । पुलिस ने संदीप का नंबर एंबुलेंस के ड्राइवर को दिया था ।14 जून को ज्यादातर समय मैं उनका फोन हैंडल कर रहा था । पेमेंट के लिए ड्राइवर ने शाम में कई बार फोन किया । 16 जून को ड्राइवर ने पेमेंट के लिए फिर से कॉल किया । 22 जून को उसकी पेमेंट पूरी कर दी गई ।
क्या बोले संदीप सिंह ?
सुशांत मामले में कूपर अस्पताल से लेकर श्मशान घाट तक संदीप सिंह ही सब कुछ लीड कर रहे थे, लेकिन अब परिवार के दावे और उनका सुशांत से पिछले एक साल से टच में ना होना कई सवाल पैदा कर रहा है । हालांकि इस पूरे मामले में खुद पर लग रहे आरोपों पर संदीप सिंह का यही कहना है कि सीबीआई जांच करे, उन पर और जिस पर भी शक है, कड़ी तरह से जांच की जानी चाहिए । सुशांत को न्याय मिलना चाहिए ।