CBI के लिये रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार करना आसान नहीं, जानिये क्या है कारण

अब तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक रिया के खिलाफ सीबीआई को ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं, जो इस बात की ओर इशारा करते हों कि सुशांत को आत्महत्या के लिये रिया ने उकसाया था।

New Delhi, Aug 31 : सुशांत केस की जांच में अब सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम काम कर रही है, तीनों ही जांच एजेंसियों की तफ्तीश जैसे-जैसे आगे बढ रही है, वैसे-वैसे नये-नये खुलासे हो रहे हैं। सीबीआई ने इस पूरे मामले में जांच के 8वें दिन मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती को पहली बार पूछताछ के लिये बुलाया था, आज रिया चौथे दिन लगातार सीबीआई के सवालों के जवाब देने के लिये डीआरडीओ के गेस्ट हाउस पहुंची है, 26 घंटे से ज्यादा समय तक सीबीआई की पूछताछ के बाद अब हर कोई यही जानना चाह रहा है कि आखिर सीबीआई की टीम रिया को कब गिरफ्तार करेगी।

Advertisement

हर कदम फूंक-फूंककर
सीबीआई भी सुशांत राजपूत की मौत के मामले में हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है, सीबीआई नहीं चाहती है कि वो आनन-फानन में रिया को गिरफ्तार कर ले और कमजोर सबूतों के आधार पर उन्हें तुरंत जमानत मिल जाए। इतना ही नहीं इस केस में अब हर किसी की नजर है, ऐसे में सीबीआई इस पूरी घटना से परदा उठाना चाह रही है, हालांकि पूरे मामले में कई तकनीकी पहलू भी है, जिसकी वजह से सीबीआई के लिये रिया को गिरफ्तार करना आसान नहीं दिखता है।

Advertisement

पक्के सबूत नहीं
अब तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक रिया के खिलाफ सीबीआई को ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं, जो इस बात की ओर इशारा करते हों कि सुशांत को आत्महत्या के लिये रिया ने उकसाया था, हालांकि सुशांत के पिता ने एफआईआर में रिया पर ही बेटे को उकसाने का आरोप लगाया है।

Advertisement

सीबीआई के लिये बड़ी चुनौती
सीबीआई के लिये सबसे बड़ी चुनौती ये है कि इस मामले में शामिल गवाहों के बयान, सीबीआई ने जब से इस मामले की जांच शुरु की है, CBI तब से ही सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी, कुक नीरज सिंह से पूछताछ कर रही है, हालांकि अभी तक कोई भी गवाह अपने बयान पर स्थिर नहीं है, 13 और 14 जून को सुशांत के फ्लैट में क्या-क्या हुआ, इसे लेकर बयान में अंतर दिख रहा है। जांच टीम गवाहों के बयान को समझने की कोशिश कर रही है, किसके बयान को सही माना जाए और किसके बयान को झूठा, ऐसे में पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा सकता है, जिसकी बात सीबीआई कह चुकी है।