कंगना के सपोर्ट में उतरा बॉलीवुड का एक धड़ा, रवीना से लेकर अनुपम खेर तक महाराष्‍ट्र सरकार पर बरसे

2014 से लगातार देश में असहिष्णुता और फासिज़्म ढूंढने वाले ऐक्टिविस्ट,अवार्डवापसी गैंग, और तख्ती लिए तारिकाएं की आज मुम्बई में हुई इस अराजकता पर शातिर चुप्पी शर्मनाक है!

New Delhi, Sep 10: कंगना रनौत के सपोर्ट में अब बॉलीवुड का एक बड़ा हिस्‍सा उतर आया है, बीएमसी ने जो कार्रवाई की उसे अनुचित बताया जा रहा है । रवीना टंडन, मालिनी अवस्‍थी से लेकर अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्‍सा उतारा है । कंगना के दफ्तर पर हथौड़ा चलाने की बीएमसी को इतनी जल्‍दी क्‍यों आन पड़ी कि वो बॉम्‍बे हाईकोर्ट के आदेश का भी इंतजार नहीं कर सकी, ये सवाल लगातार पूछा जा रहा है । महाराष्‍ट्र सरकार की ये बदले की कार्रवई किसी के भी गले नहीं उतर रही है ।

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अनुपम खेर का ट्वीट
जाने-माने सीनियर एक्‍टर अनुपम खेर ने ट्वीट कर कंगना के साथ हुए गलत पर महाराष्‍ट्र सरकार को जमकर कोसा है । अनुपम खेर ने ट्वीट कर लिखा है – “गलत गलत गलत है! इसको bulldozer नही #Bullydozer कहते है । किसी का घरोंदा इस बेरहमी से तोड़ना बिल्कुल गलत है । इसका सबसे बड़ा प्रभाव या प्रहार कंगना के घर पर नहीं बल्कि मुम्बई की जमीन और जमीर पर हुआ है । अफसोस अफसोस अफसोस है।” अनुपम ने अपने इस ट्वीट में एक सैड इमोजी भी एड की है । अनुपम खेर के अलावा फोक सिंगर मालिनी अवस्‍थी ने लिखा है – एक स्त्री कलाकार का दफ्तर उसकी गैरमौजूदगी में तोड़ डाला गया!! 2014 से लगातार देश में असहिष्णुता और फासिज़्म ढूंढने वाले ऐक्टिविस्ट,अवार्डवापसी गैंग, और तख्ती लिए तारिकाएं की आज मुम्बई में हुई इस अराजकता पर शातिर चुप्पी शर्मनाक है!

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फिल्‍म मेंकर मधुर भंडारकर ने लिखा
वहीं फिल्ममेकर मधुर भंडारकर, जिन्‍होने कंगना को लेकर एक महत्‍वपूर्ण फिल्‍म बताई थी । उन्‍होने कंगना को डटे रहने की बात कही है । भंडारकर ने कंगना रनौत के वीडियो को रीट्वीट किया है, जिसमें उनका टूटा फूटा दफ्तर नजर आ रहा है । एक्‍टर राइटर सुहेल सेठ ने भी इस घटना पर ट्वीट कर कंगना का सपोर्ट किया है ।

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एक्‍ट्रेस रवीना टंडन का ट्वीट
वहीं मामले में एक्‍ट्रेस रवीना टंडन ने ट्वीट किया है, उन्‍होंने एक ओर रिया और दूसरी ओर कंगना को निशाना बनाए जाने को लेकर रिएक्‍ट किया है । रवीना ने लिखा है – “तोड़ फोड़ करना, तबाही मचाना, दुखद दुखद। दो औरतें – दो पक्ष, क्‍या गंदी राजनीति के सर्वेसर्वाओं द्वारा इन दोनों को मोहरों की तरह इस्‍तेमाल नहीं किया जा रहा?”  रवीना ने लिखा – हत्‍या, परिवारवाद, आत्‍महत्‍या, परिवार, दुख, मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य, माफिया, तोड़फोड, पुलिस, पत्रकारिता, राजनीति, ड्रग्‍स, फिल्‍में । उम्‍मीद है इन सबके बीच सुशांत के लिए न्‍याय कहीं गुम नहीं होगा ।