गौतम का गंभीर प्रयास दिखाने लगा रंग, दिल्ली की सबसे बड़ी समस्या का होगा अंत!

बीजेपी सांसद गौतम गंभीर की कोशिश के बाद काम में तेजी आई, गंभीर ने इंदौर नगर निगम के अधिकारियों को बुलाकर इस पर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की।

New Delhi, Sep 12 : पूर्वी दिल्ली स्थित एशिया का सबसे बड़ा कूड़ा स्थल माने जाने वाला गाजीपुर स्थित लैंडफिल साइट को जमींदोज करने की दिशा में अब गंभीर प्रयास शुरु हो चुका है, इसका नतीजा भी दिखने लगा है, पहली बार 70 एकड़ में फैले इस पहाड़ की ऊंचाई एक साल में बढने के बजाय घटी है, हालांकि चौड़ाई बढी है, दरअसल यहां सालभर पहले 6 ट्रॉमेल मशीनें लगाई गई थी, इनसे प्रतिदिन 1200 टन कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है, शुक्रवार को पूर्वी दिल्ली सांसद गौतम गंभीर ने 6 नई मशीनों का उद्घाटन किया, जिसके बाद यहां रोजाना 2400 टन कूड़ा निस्तारण का रास्ता साफ हो गया है, एक साल में 12.5 मीटर (40 फीट) ऊंचाईं कम हो चुकी है। उम्मीद की जा रही है कि अगले एक साल में इतनी ही ऊंचाई और कम हो जाएगी, अगर नये कूड़े को छोड़ दिया जाए और इकनी मशीनों से काम किया जाए, तो अनुमान के अनुसार 16 साल में ये पहाड़ जमींदोज हो जाएगा, हालांकि निगम के अधिकारी बताते हैं कि धीरे-धीरे और मशीनें लगाई जाएंगी, जिससे क्षमता बढेगी, तो 10 साल में या उससे पहले भी उस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

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एनजीटी का आदेश
पिछले साल एनजीटी ने आदेश जारी कर दिल्ली के तीनों निगमों को एमपी के इंदौर के तर्ज पर कूड़ा निस्तारण के लिये काम शुरु करने को कहा था, इसके लिये एक अक्टूबर तक का समय दिया गया था, पूर्वी नगर निगम ने सबसे पहले सितंबर 2019 में ट्रामेल मशीनों को गाजीपुर लैंडफिल साइट पर स्थापित किया, इसके बाद ओखला और भलस्वा लैंडफिल साइट पर भी इन मशीनों का प्रयोग शुरु किया गया, लेकिन पूर्वी निगम ने इस पर ज्यादा गंभीरता दिखाई है।

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गौतम गंभीर ने काम तेज करवाया
बीजेपी सांसद गौतम गंभीर की कोशिश के बाद काम में तेजी आई, गंभीर ने इंदौर नगर निगम के अधिकारियों को बुलाकर इस पर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की, फिर तय हुआ कि पहाड़ पर नया कूड़ा ना डाला जाए, जिसके बाद प्रतिदिन 2600 टन कूड़ा जो आ रहा है, उसे कूड़े के पहाड़ के बगल वाली जगह पर डाला जाने लगा, इस पहाड़ में1.40 करोड़ टन पुराना कूड़ा है, ट्रॉमेल मशीनें पुराने कूड़ा का ही निस्तारण कर रही है, ऊपरी सिरे पर कूड़ा कम था, इस वजह से ऊंचाई जल्दी घटी लेकिन अब रफ्तार धीमी हो जाएगी, लेकिन जैसे-जैसे नीचे आएंगे, कूड़ा अधिक मिलता जाएगा।

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गौतम भी हैं गंभीर
सांसद गौतम गंभीर के साथ पूर्वी दिल्ली के सलाहकार अभियंता अरुण कुमार ने बताया कि नये कूड़े में 600 टन का इस्तेमाल बिजली तैयार करने के लिये किया जा रहा है, इससे रोजाना 10 मेगावाट बिजली तैयार हो रही है, बाकी दो हजार टन कूड़ा अभी भी वहां गिर रहा है, इस तरह से सात लाख टन नया कूड़ा वहां जमा हो चुका है, इसके निस्तारण के लिये विभिन्न कंपनियों से बातचीत चल रही है, जब पुराने और नये कूड़े के निस्तारण की व्यवस्था हो जाएगी, तभी हम इसे जमींदोज करने के अपने लक्ष्य तक पहुंच पाएंगे।

मेहनत पर विश्वास
बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि मुझे मेहनत पर विश्वास है, हमारे साझा प्रयासों ने कूड़े के पहाड़ की ऊंचाई 40 फीट कम कर दी है, ये प्रयास आगे भी जारी रहेगा, ये पूर्वी दिल्ली का ही नहीं बल्कि पूरी दिल्ली का मुद्दा है, इससे छुटकारा पाने के लिये सभी एजेंसियों को मिलकर काम करने की जरुरत है।