हरियाणा की ‘अवॉर्डी’ IAS को त्रिपुरा बुलाने पर अड़ी वहां की सरकार, जानिये क्या है पूरा मामला

सोनल गोयल मूल रुप से पानीपत जिले की रहने वाली हैं, साल 2008 में सिविल सेवा परीक्षा में उन्होने 13वां रैंक हासिल किया था।

New Delhi, Sep 20 : सिविल सेवा परीक्षा में देशभर में 13वां स्थान हासिल करने वाली 2008 बैच की आईएएस अधिकारी सोनल गोयल पर त्रिपुरा कैडर में लौटने का भारी दबाव है, सोनल मूल रूप से हरियाणा के पानीपत की रहने वाली है, उन्होने अपनी सर्विस के 8 साल त्रिपुरा में सेवाएं दी है, नियम के मुताबिक सोनल नौ साल तक हरियाणा में रह सकती हैं और उन्हें यहां सिर्फ 4 साल हुए हैं, लेकिन त्रिपुरा सरकार उन पर 5 साल पहले ही अपने कैडर में लौटने का दबाव बना रही है।

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हरियाणा में 4 साल से कार्यरत
वो भी ऐसी स्थिति में जब कोरोना लगातार फैल रहा है, सोनल ने अपने दो छोटे बच्चों की सुरक्षा का हवाला देते हुए त्रिपुरा सरकार से अभी कुछ दिन हरियाणा में ही रहने की अनुमति मांगी है, लेकिन तमाम नियम, कानून तथा शर्तों को पूरा करने के बाद भी त्रिपुरा सरकार उन्हें हरियाणा से वापस बुलाने पर अड़ी हुई है, वो भी तब जब हरियाणा सरकार भी उन्हें वापस भेजना नहीं चाहती है।

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पति भी हैं आईआरएस
सोनल गोयल मूल रुप से पानीपत जिले की रहने वाली हैं, साल 2008 में सिविल सेवा परीक्षा में उन्होने 13वां रैंक हासिल किया था, इतनी बढिया रैंक आने के बाद सोनल को उम्मीद थी कि उन्हें हरियाणा या दिल्ली कैडर मिल सकता है, लेकिन त्रिपुरा कैडर मिलने के बाद भी उन्होने वहां 8 साल अपनी सेवाएं दी, सोनल के पति आदित्य 2014 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं, और दिल्ली में कस्टम में तैनात हैं, सोनल की माता किडनी पेशेंट है तथा फरीदाबाद में रहती हैं, दो छोटे बच्चों की सुरक्षा की वजह से उन्होने हरियाणा सरकार से छुट्टी ले रखी है।

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जबरदस्त फैन फॉलोइंग
सोशल मीडिया पर सोनल के 7 लाख से ज्यादा फॉलोवर हैं, पिछले कई दिनों से उनके केन्द्र में जाने की चर्चाएं चल रही थी, लेकिन त्रिपुरा सरकार उन्हें समय से पहले ही अपने कैडर में वापस बुला रही है, सोनल का नाम देश की उन 25 शीर्ष महिलाओं में शामिल है, जो देश, समाज तथा प्रदेश के लिये कुछ बेहतरीन करना चाहती है, इन टॉप 25 महिलाओं में सोनल एक मात्र आईएएस है, जबकि अन्य महिलाएं दूसरे क्षेत्रों से है, बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान में बेहतर काम करने के लिये उन्हें मिनिस्टी ऑफ वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट की ओर से पुरस्कृत भी किया गया था।