चुनाव से पहले ही बिखर गया महागठबंधन! कांग्रेस ने भी तेजस्वी यादव को दिया झटका?
राजद कांग्रेस को 73-75 सीटें देने को राजी हो गई है, कांग्रेस भी इतने ही सीटों की मांग कर रही थी, लेकिन इसके बाद अब मामला फंस गया है।
New Delhi, Sep 30 : क्या बिहार में महागठबंधन टूटने की कगार पर है, लंबे समय से एक-दूसरे के साथी रहे कांग्रेस और राजद का भी गठबंधन टूटना लगभग तय माना जा रहा है, इतना ही नहीं कांग्रेस ने बिहार की सभी 243 सीटों पर अकेले लड़ने की दिशा में कदम आगे बडा लिया है, उम्मीदवारों के नाम की सूची तैयार की जा रही है, कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है।
अलग होने पर फैसला
सूत्रों का दावा है कि राजद कांग्रेस को 73-75 सीटें देने को राजी हो गई है, कांग्रेस भी इतने ही सीटों की मांग कर रही थी, लेकिन इसके बाद अब मामला फंस गया है, अब सवाल ये है कि जब मन मुताबिक सीटें मिल रही है, तो फिर कांग्रेस महागठबंधन से अलग होने पर क्यों विचार कर रही है। दरअसल मामला सीटों की संख्या के बाद सीटों के नाम (विधानसभा) को लेकर फंस गया है, सूत्रों की मानें तो राजद 73 से 75 सीटें कांग्रेस को देने के लिये तैयार हैं, लेकिन इनमें से दस सीटें शहरी इलाके में यानी अर्बन सीटें है, लेकिन कांग्रेस को ये मंजूर नहीं है, कांग्रेस को लगता है कि शहरी सीटों पर मैदान में उतरना फायदे का सौदा नहीं होगा, इन दस सीटों पर कैडर इस तरह से तैयार नहीं है, और अगर ऐसे में पार्टी यहां चुनाव लड़ने में हामी भरती है, तो नुकसान होगा।
सम्मानजनक नहीं है
कांग्रेस का कहना है कि राजद भले ही 73-75 सीटें देने को तैयार हो, लेकिन इसे वह 63-65 मान कर चल रही है, और ये संख्या सम्मानजनक नहीं है, इसलिये दोनों दलों के रास्ते अलग होने लगभग तय हो गये हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अब सीटों पर उम्मीदवार उतारने की दिशा में आगे बढ रही है, उम्मीदवारों के नाम तैयार किये जा रहे हैं, बुधवार रात फिर गुरुवार सुबह तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान संभव है।
मांझी-कुशवाहा हो चुके हैं अलग
आपको बता दें कि महागठबंधन से हम पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी और रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा अलग हो चुके हैं, मांझी नीतीश कुमार से जाकर मिल गये और कुशवाहा अब बसपा के साथ गठबंधन कर बिहार में चुनाव लड़ेंगे, कुल मिलाकर महागठबंधन का कुनबा कमजोर होता दिख रहा है।