हाथरस केस- नक्सली कहे जाने पर सामने आई ‘संदिग्ध’ महिला, कहा सबूत दो

राजकुमारी बंसल ने कहा कि पीड़िता के परिवार को अच्छा लगा, कि हमारे समाज की लड़की दुख की इस घड़ी में इतने दूर से हमारा दुख बांटने आई है।

New Delhi, Oct 10 : यूपी के हाथरस में हुए कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले में नक्सल कनेक्शन सामने आने के बाद हड़कंप मच गया ता, जहां एसआईटी की टीम एमपी के जबलपुर की रहने वाली महिला की तलाश में जुटी है, इसी बीच नक्सली होने का आरोप लगने पर प्रोफेसर डॉ. राजकुमारी बंसल मीडिया के सामने आई है, उन्होने कहा कि मेरा उनसे कोई रिश्ता नहीं है, मैं सिर्फ आत्मीयता की वजह से पीड़िता के घर गई थी।

Advertisement

क्या कहा
राजकुमारी बंसल ने कहा कि पीड़िता के परिवार को अच्छा लगा, कि हमारे समाज की लड़की दुख की इस घड़ी में इतने दूर से हमारा दुख बांटने आई है, Hathras 51 तो उन्होने कहा कि बेटा एक दो दिन रुक जाओ, तो मैं रुक गई, उन्होने बताया कि मैं पीड़िता के परिवार की आर्थिक मदद करना चाहती थी, सिर्फ अपने पति को बताकर गई थी, दूसरी ओर एसआईटी की जांच पर सवाल खड़े करते हुए उन्होने कहा कि पहले सबूत पेश करें, फिर बोलना और आरोप लगाना बहुत आसान होता है।

Advertisement

मान सम्मान की बात
पेशे से मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर डॉ. राजकुमारी बंसल ने कहा कि मुझे लगा कि मेरे नंबर के साथ टेंपरिंग की जा रही है, तो मैंने फौरन साइबर पुलिस में रिपोर्ट की, hathras111 ये मेरे मान-सम्मान की बात है, कैसे मुझे नक्सल कहा गया, उन्होने ये भी कहा कि मैं फॉरेंसिक रिपोर्ट देखने गई थी, क्योंकि मैं एक्सपर्ट हूं उस विषय की, आरोपी महिला ने कहा कि मैंने भाभी बनकर कोई इंटरव्यू नहीं दिया, मैंने कहा कि मैं बेटी हूं।

Advertisement

नकली भाभी बनकर साजिश रचने का आरोप
मालूम हो कि एसआईटी जांच में ये बात सामने आई थी कि 16 सितंबर से 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर नक्सली महिला बड़ी साजिश रच रही थी, इससे पहले शुक्रवार को बताया गया कि इस केस से जुड़े फंडिंग मामले में पीएफआई और भीम आर्मी के लिंक भी मिले हैं, पुलिस तमाम मामलों को खंगाल रही है।