कैसे लगेगा सवा अरब आबादी को कोरोना वैक्सीन?, पीएम मोदी ने बताया प्लान

पीएम ने कहा कि भारत पहले से ही एक वेल इस्टैबलिस्ड वैक्सीन डिलीवरी सिस्टम पर काम कर रहा है, डिजिटल हेल्थ आईडी के साथ इस डिजिटल नेटवर्क का इस्तेमाल हमारे नागरिकों के टीकाकरण को सुनिश्चित करने के लिये किया जाएगा।

New Delhi, Oct 20 ; पीएम मोदी ने इस स्वतंत्रता दिवस के मौंके पर लालकिले की प्राचीर से ऐलान किया था, कि देश के हर नागरिक को नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत हेल्थ कार्ड जारी किया जाएगा, अब दो महीने के बाद पीएम ने फिर संकेत दिये हैं, कि डिजिटल हेल्थ आईडी का इस्तेमाल टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिये किया जाएगा, ग्रैंड चैलेंजेस की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए अपने उद्घाटन भाषण में मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण का टीका विकसित करने के मामले में हम अग्रिम मोर्चे पर हैं, इनमें से कुछ तो एडवांस स्टेज पर हैं।

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60 फीसदी उत्पादन भारत में
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के अनुभव और प्रतिभा रिसर्च के लिहाज से भारत ग्लोबल स्वास्थ्य सेवाओं के केन्द्र में होगा, तथा चाहेगा कि वह दूसरे देशों की मदद करे, corona covid पीएम ने याद दिलाया कि वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रमों में इस्तेमाल होने वाले टीकों का 60 फीसदी उत्पादन भारत में होता है।

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डिजिटल हेल्थ आईडी कार्ड का इस्तेमाल
पीएम ने कहा कि भारत पहले से ही एक वेल इस्टैबलिस्ड वैक्सीन डिलीवरी सिस्टम पर काम कर रहा है, डिजिटल हेल्थ आईडी के साथ इस डिजिटल नेटवर्क का इस्तेमाल हमारे नागरिकों के टीकाकरण को सुनिश्चित करने के लिये किया जाएगा, भारत के आकार तथा विविधता ने हमेशा वैश्विक समुदाय को उत्सुक किया है, हमारा देश संयुक्त राज्य अमेरिका की जनसंख्या के आकार का लगभग चार गुना है।

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मृत्यु दर कम
भारत में कोरोना मृत्यु दर बेहद कम है, आज हम प्रति दिन मामलों की संख्या और मामलों की वृद्धि दर में गिरावट देख रहे हैं, भारत में 88 फीसदी हाइएस्ट रिकवरी रेट है, ऐसा इसलिये हुआ, क्योंकि भारत में जब कुछ सौ केस थे, तो लचीले लॉकडाउन को अपनाने वाले पहले देशों में से हम एक थे, भारत मास्क के उपयोग को प्रोत्साहित करने वाले देशों में से एक था, भारत ने कांट्रेक्ट ट्रेसिंग पर काम किया।

डिजिटल कार्ड का जिक्र
बीते स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषणा में भी पीएम मोदी ने डिजिटल कार्ड का जिक्र किया था, उन्होने कहा था कि हर भारतीय को हेल्थ आईडी दी जाएगी, ये हेल्थ आईडी प्रत्येक भारत के स्वास्थ्य खाते की तरह काम करेगीस आपके हर टेस्ट, हर बीमारी, आपने किस डॉक्टर के पास कौन सी दवा ली थी, उनका क्या डाइग्नोसिस था, कब ली थी, क्या रिपोर्ट थी, ये सारी जानकारी आपकी हेल्थ आईडी में समाहित की जाएगी, डॉक्टर से समय लेना हो, पैसा जमा करना हो, अस्पताल में पर्ची बनवाने की भागदौड़ हो, ये तमाम दिक्कतें, नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के माध्यम से अनेक मुसीबतों से मुक्ति मिलेगी।