एक ही दिन में 50₹/किलो तक बढ़ गए प्याज के दाम ! सस्ता करने के लिए सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम
प्याज अभी से आंसू निकालने लगा है । दाम आसमान छू रहे हैं, इस बीच सरकार ने सस्ती प्याज बेचने के लिए कठोर नियम बनाए हैं ।
New Delhi, Oct 24: प्याज की कीमतें सुनकर पीसीने निकलने लगे हैं । चंडीगढ़ में गुरुवार को प्याज के 120 रुपये किलो तक पहुंचने की खबर है, वहीं लुधियाना के बाजारों में प्याज 100 रुपये तक पहुंच गया है । पूरे देश में प्याज की कीमतों में ये उछाल देखने को मिल रहा है, अलग-अलग राज्यों में दाम 2 रुपए से लेकर 47 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गया है । उपभोक्ता मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जो आंकड़े पेश किए गए, उसके अनुसार प्याज के दाम बेंगलुरु में गुरुवार को 40 रुपये से 87 रुपये पर पहुंच गया । वहीं, बिहार के दरभंगा में 40 से 62 रुपये, इंदौर में 45 से 55 रुपये पर और पटना में 10 रुपये तक महंगा होकर 65 रुपये कलो पहुंच गया।
रेट में अंतर, 25 रुपये किलो भी बिक रहा प्याज
लेकिन प्याज के ये रेट हर जगह ऐसे नहीं है । उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को गुजारत के राजकोट में प्याज सबसे सस्ता 25 रुपये किलो बिका। वहीं उत्तर प्रदेश के झांसी में यह 26 रुपये था । प्रयागराज, जोधपुर, भोपाल और रीवा जैसे प्रदेशों में 30-30 रुपये किलो कीमत रही। कई जगह प्याज के दामों में उछाल रहा तो वहीं कुछ जगह कीमतें घटी भी, जैसे एर्नाकुलम में 10 रुपये किलो गिर कर यह 80 रुपये और पुणे में 9 रुपये सस्ता होकर प्याज का दाम 45 रुपये पर आ गया है।
क्यों बढ़ रहे दाम …
लेकिन प्याज की कीमतों में उछाल का कारण क्या है, दरअसल महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में अक्टूबर महीने में हुई भारी बारिश के चलते प्याज की फसल को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है । जिसके चलते सप्लाई कुछ कम हो गई है । एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लसलगांव की कीमतों पर गौर करें तो यहां गुरुवार को एक क्विंटल प्याज की कीमत 7,050 रुपये तक पहुंच गई । जबकि महज एक महीने पहले तक यह कीमत 4,801 रुपये प्रति क्विंटल थी । प्याज की सप्लाई में कमी के कारण दामों में उछाल आना स्वाभाविक है ।
मंडी में कमी .. सरकार ने उठाया ये कदम
लसलगांव की मंडी के सचिव नरेंद्र वधावने के मुताबिक भारी बारिश की वजह से प्याज की काफी शॉर्टेज हो गई है। उन्होंने कहा, ”मंडी में इस समय 4 हजार क्विंटल प्याज मुश्किल से होगा, जबकि आमतौर पर 12 हजार से 15 हजार क्विंटल प्याज मौजूद रहता है।” वहीं प्याज की बढ़ती मतें काबू करने के लिए सरकार ने भी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं । बढ़ती कीमतों को काबू करने के लिए प्याज की स्टॉक लिमिट तय की गई है । आदेश के अनुसार स्टॉक लिमिट से अधिक प्याज रखने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी । वहीं प्याज अब विदेश से मंगाने की तैयारी की जा रही है ।