चिराग पर तेजस्वी के बयान से मची खलबली, नये समीकरण की चर्चा शुरु!

तेजस्वी द्वारा चिराग पासवान पर दिये गये बयान के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं, दरअसल अक्टूबर में जब रामविलास पासवान का निधन हुआ।

New Delhi, Oct 26 : बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये तीन चरणों में मतदान होना है, इसके नतीजे 10 नवंबर को घोषित किये जाएंगे, जाहिर तौर पर सभी सियासी दल जनता को लुभाने के लिये अपने सभी दांव आजमा रहे हैं, हालांकि चुनाव मतदान और चुनाव परिणाम से पहले कई तरह की राजनीतिक संभावनाएं भी जन्म लेती दिख रही है, पहले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान द्वारा ये कहना कि 10 नवंबर को बिहार में लोजपा-भाजपा की सरकार बनेगी, इस पर खूब चर्चा हुई, बीजेपी नेताओं को लगातार ऐसे कयासों को लेकर सफाई देनी पड़ी, यहां तक कि स्थिति स्पष्ट करने के लिये बीजेपी के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह को भी सामने आना पड़ा, अब बिहार के सियासी गलियारे में एक और ऐसा बयान आया है, जिसने राजनीतिक खलबली मचा दी है।

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चिराग के लिये क्या कहा
सोमंवार को जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चुनाव कैम्पेन के लिये निकल रहे थे, तो उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा कि nitish chirag चिराग पासवान के साथ नीतीश कुमार ने जो किया, वह अच्छा नहीं था, उनको इस समय अपने पिता की जरुरत से पहले से कहीं ज्यादा है, लेकिन रामविलास पासवान हमारे बीच नहीं है, हम इससे दुखी है, जिस तरह से नीतीश कुमार ने व्यवहार किया, वह अन्याय था।

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सियासी मायने
तेजस्वी द्वारा चिराग पासवान पर दिये गये बयान के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं, दरअसल अक्टूबर में जब रामविलास पासवान का निधन हुआ, तो तेजस्वी के पिता लालू प्रसाद यादव और मां राबड़ी देवी ने कहा कि रामविलास पासवान के निधन से लालू परिवार शोक में था, हालांकि नीतीश ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की, लेकिन ये भी सत्य है कि चिराग पासवान लगातार नीतीश की आलोचना कर रहे हैं।

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दो दुश्मन एक
जाहिर तौर पर चिराग पासवान के सपोर्ट में तेजस्वी यादव का बयान नीतीश कुमार के दो दुश्मनों के एक होने के रुप में भी देखा जाने लगा है, Tejashwi Yadav साथ ही तेजस्वी और चिराग में आपसी अंडरस्टैंडिंग भी दिख रही है, आपस की ये समझ तेजस्वी के निर्वाचन क्षेत्र राघोपुर सीट पर भी दिख रहा है, जहां चिराग ने बीजेपी के उच्च जाति का वोट काटने के उद्देश्य से वहां राजपूत उम्मीदवार को उतारा है, ताकि तेजस्वी को मदद मिल सके, हालांकि बीजेपी के खिलाफ दूसरी किसी सीट पर चिराग पासवान ने उम्मीदवार नहीं उतारा है, साथ ही लोगों से अपील की है, कि जहां लोजपा नहीं है, वहां बीजेपी को वोट दें।