हरदम टीवी देखते रहते हैं लालू प्रसाद यादव, नर्स से पढवाते हैं अखबार, 2 महीने से नहीं मिले तेजस्वी!

जेल अधिकारी ने बताया कि हाल ही में जब अस्पताल के वार्ड में गया था, तो वो लंच कर रहे थे, और अपने बेटे तेज प्रताप को टीवी पर देख रहे थे।

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New Delhi, Oct 29 : बिहार में चुनावी माहौल है, प्रदेश की सबसे बड़ी सियासी पार्टी राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव इन दिनों बिहार में नहीं हैं, चर्चित चारा घोटाला मामले में पूर्व सीएम को सजा हो चुकी है, फिलहाल उनका इलाज रांची के रिम्स अस्पताल में चल रहा है, मई 2018 से लालू प्रसाद यादव अस्पताल में भर्ती हैं।

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टीवी पर नजर
हालांकि 72 वर्षीय लालू प्रसाद यादव अस्पताल में इन दिनों ज्यादातर समय टीवी देखते रहते हैं, बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल रांची के एक अधिकारी ने बताया कि Lalu Yadav लालू जी हरदम टीवी पर न्यूज देखते रहते हैं, यहां तक कि खाना खाते समय भी उनका टीवी चलते रहता है, वो अखबार ज्यादा नहीं पढते हैं, कभी-कभी वो नर्स से अखबार की हेडलाइन पढने के लिये कहते हैं, लालू यादव को अपनी सजा बिरसा मुंडा जेल में ही काटनी है, यहां के अधिकारी अकसर अस्पताल का दौरा करते रहते हैं।

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लंच कर रहे थे
जेल अधिकारी ने बताया कि हाल ही में जब अस्पताल के वार्ड में गया था, तो वो लंच कर रहे थे, और अपने बेटे तेज प्रताप को टीवी पर देख रहे थे, जो उस एक रैली को संबोधित कर रहे थे, मालूम हो कि तेज प्रताप यादव इस बार महुआ के बजाय हसनपुर विधानसभा सीट से लड़ रहे हैं, जहां तीन नवंबर को चुनाव होने हैं। लालू दिसंबर 2017 से चारा घोटाला मामले में जेल में बंद हैं, हालांकि इस दौरान उनका ज्यादातर समय रिम्स में ही गुजरा है, जेल अधिकारियों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के पास कोई सेल फोन नहीं है, और हफ्ते में एक बार विजिट्रस को उनसे मिलने की अनुमति है।

दो महीने से नहीं मिले तेजस्वी
कुछ दिनों पहले पार्टी के कुछ कार्यकर्ता उनसे मुलाकात करने आये थे, जबकि तेजस्वी यादव, उनकी बेटी या पत्नी राबड़ी देवी पिछले दो महीने से उनसे मिलने नहीं आये हैं, lalu family हालांकि तेज प्रताप यादव ने एक महीने पहले लालू यादव से मुलाकात की थी, उनके समधी जितेन्द्र यादव भी उन्हें देखने यूपी से पहुंचे थे, झारखंड प्रदेश राजद के युवा मोर्चा अध्यक्ष अभय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव कहते हैं कि सरकार मेरा ही आएगा, जितने देर जगे रहते हैं चुनाव प्रचार ही देखते हैं, थोड़े भी व्याकुल नहीं हैं, स्वस्थ्य हैं।