बिहार – योगी ने कहा घुसपैठियों को निकालेंगे, तो नीतीश का पलटवार, वीडियो हो रहा वायरल!

बीजेपी के फायर ब्रांड नेता, स्टार प्रचारक तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कटिहार में जनसभा करने पहुंचे।

New Delhi, Nov 05 : बिहार चुनाव के मद्देनजर इस सात नवंबर को आखिरी चरण का मतदान होना है, जिसमें सीमांचल के 4 जिलों के 24 सीटों पर भी वोट डाले जाएंगे, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार और अररिया में मुस्लिम वोटरों की बड़ी आबादी है, सबसे खास बात ये है कि बांग्लादेशी शरणार्थियों की वजह से इलाके का जनसांख्यिकीय संतुलन बिगड़ने की बात सामने आती रही है, इस मुद्दे के आसरे बीजेपी की राजनीति भी आगे बढती रही है, ऐसे में एक बार फिर से बीजेपी ने घुसपैठ के मुद्दे पर प्रहार किया है, और घुसपैठियों को देश से बाह करने की बात कही है, बीते तीन-चार रैलियों में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है, उन्होने दावा किया है कि अगर एनडीए की सरकार बनी, तो घुसपैठियों को भगा. जाएगा, वहीं एनडीए का नेतृत्व कर रहे बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने साफतौर पर कहा है कि ये बातें बकवास है।

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योगी आदित्यनाथ की जनसभा
बुधवार को बीजेपी के फायर ब्रांड नेता, स्टार प्रचारक तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कटिहार में जनसभा करने पहुंचे, cm yogi उन्होने साफ तौर से कहा कि अगर बिहार में एनडीए सत्ता मैं लौटी तो घुसपैठियों को बाहर कर दिया जाएगा, सीएम योगी ने कहा कि कटिहार घुसपैठ की समस्या से त्रस्त है, बिहार में एनडीए की सरकार बनने पर घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा।

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किसी में दम नहीं
वहीं किशनगंज जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हिंदुस्तान से किसी को बाहर करने का किसी में दम नहीं है, Nitish KUmar 1 इसके बाद योगी आदित्यनाथ की रैली के बाद जब सीएम नीतीश कुमार कटिहार पहुंचे, तो उन्होने यहां भी कहा कि कुछ लोग दुष्प्रचार और फालतू बातें कर रहे हैं, देश से निकाल दिया जाएगा, किसी में इतना दम नहीं है कि किसी को देश से बाहर निकाल दे।

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सीएए-एनआरसी का मुद्दा
आपको बता दें कि सीमांचल के इलाके में होने वाले मतदान से पहले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने सीएए और एनआरसी को मुद्दा बना दिया है, मुस्लिम बहुल इलाकों में ये मामला छाया हुआ है, बहरहाल एनडीए के दो बड़े नेता एक ही मुद्दे पर अलग-अलग बयान दे रहे हैं, जिससे कंफ्यूजन की स्थिति है। 10 नवंबर को पता चल जाएगा कि जनता ने इसे किस रुप में लिया है।

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