भ्रष्टाचार के खिलाफ आर-पार के मूड में सीएम योगी, SDM को डिमोट कर बनाया तहसीलदार!
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन करते हुए सीएम योगी ने मेरठ की सरधना तहसील में तैनात उपजिलाधिकारी कुमार भूपेन्द्र सिंह के डिमोशन का फरमान सुना दिया है।
New Delhi, Nov 24 : यूपी में करप्शन के खिलाफ योगी सरकार का एक्शन जारी है, भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन करते हुए सीएम योगी ने मेरठ की सरधना तहसील में तैनात उपजिलाधिकारी कुमार भूपेन्द्र सिंह के डिमोशन का फरमान सुना दिया है, योगी ने भूपेन्द्र सिंह को एसडीएम के पद से तहसीलदार के पद पर डिमोट करने का आदेश दिया है, भूपेन्द्र वर्तमान में मुजफ्फरनगर जिले में तैनात हैं।
करप्शन का आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेरठ के ग्राम शिवाया जमाउल्लापुर परगना दौराला तहसील सरधना के राजस्व अभिलेखों में पशुचर के रुप में दर्ज 1.5830 हेक्टेयर भूमि साल 2013 में निजी बिल्डर को आवंटित किया गया था, जिसकी शिकायत के बाद मामले की जांच की गई।
फायदा पहुंचाने का आरोप
मामले के जांच में पता चला कि साल 2016 में एसडीएम के रुप में तैनात भूपेन्द्र सिंह ने सरकार के हितों की उपेक्षा करते हुए निजी हितों की पूर्ति के लिये संबंधित पक्षों से मिलीभगत करके रेवेन्यू कोर्ट मैनुअल के खिलाफ अगस्त 2016 में अमलदरामद का आदेश पारित किया था।
कई और अधिकारी रडार पर
जांच के बाद यूपी शासन ने इसे कदाचार मानते हुए उन्हें पदानवत करने का आदेश दिया है, मामले में दोषी एक अन्य तत्कालीन एसडीएम, एक अपर आयुक्त, एक तहसीलदार (अब रिटायर) एक राजस्व निरीक्षक तथा एक लेखपाल के खिलाफ भी कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।
CM श्री @myogiadityanath जी ने तहसील सरधना, मेरठ में नियमविरुद्ध ढंग से विनिमय की गई पशुचर श्रेणी की भूमि के संबंध में शासकीय हितों की उपेक्षा कर अमलदरामद का आदेश पारित करने के दोषी तत्कालीन SDM, सरधना, मेरठ को SDM पद से तहसीलदार के पद पर अवनति करने का आदेश दिया है।@spgoyal pic.twitter.com/095UnjrHLA
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 23, 2020