किसान आंदोलन पर आमने-सामने कैप्टन अमरिंदर और खट्टर, अब हरियाणा सीएम ने कही ऐसी बात!
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को एक वीडिया पोस्ट किया है, उन्होने कहा कि किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में जाने से रोकने वाले मनोहर लाल खट्टर कौन होते हैं।
New Delhi, Nov 29 : कृषि बिलों के खिलाफ किसान प्रदर्शन मामले में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर आमने-सामने हैं, पंजाब सीएम ने हरियाणा सरकार पर किसानों के हितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है, उन्होने कहा कि केन्द्र दिल्ली सरकार किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में आने की अनुमति देती है, लेकिन खट्टर अन्नदाताओं पर हमला करवाते हैं।
वीडियो पोस्ट
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को एक वीडिया पोस्ट किया है, उन्होने कहा कि किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में जाने से रोकने वाले मनोहर लाल खट्टर कौन होते हैं, जबकि केन्द्र सरकार और दिल्ली सरकार उन्हें प्रवेश की अनुमति दे रही है, किसानों के साथ मारपीट क्यों की गई, बकौल अमरिंगर उन्होने किसानों के साथ जो किया उसके लिये मैं उन्हें माफ नहीं करुंगा, उन्होने मुझे फोन नहीं किया, मदर अब तब तक बात नहीं करुंगा, जब तक वो माफी नहीं मांग लेते।
रिपब्लिक टीवी का वीडियो
सीएम ने ट्वीट के साथ रिपब्लिक भारत का वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वो कहते नजर आ रहे हैं, कि मेरी राष्ट्रीय राजधानी और हर किसी को वहां जाने का अधिकार है, वहां किसान जाना चाहते हैं, केन्द्र सरकार उन्हें जगह देने तथा मिलने के लिये तैयार थी, हमने भी कोई समस्या नहीं जताई, किसान दिल्ली में अपने दिल की बात कहना चाहता है, कहे, लेकिन बीच में हरियाणा ने रुकावट पैदा कर दी है, ऐसा पहली बार नहीं है, पूर्व में कई बार ऐसा हो चुका है, खट्टर उल्टा मुझ पर आरोप लगाते हैं। कैप्टन ने कहा कि हरियाणा के सीएम कुछ नहीं देख रहे, उन्हें नहीं मालूम कि पंजाब में क्या हो रहा है, किसान आंदोलन के पीछे वो हमें बताते हैं, वो अपने राज्य को संभालें, उन्होने जैसे पंजाबियों के साथ व्यवहार किया है, अब मैं उनसे बात नहीं करुंगा, इधर बात करने के पंजाब सीएम के दावे पर खट्टर के निजी सचिव ने रिएक्शन दिया है।
कॉल डिटेल शेयर
उन्होने कॉल डिटेल पोस्ट कर दावा किया कि आशा है कि कैप्टन अमरिंदर अच्छा कर रहे हैं, उन्होने कहा हालांकि मैं बहुत अजीब स्थिति में हूं, इसलिये मैंने बताने की सोचा है सर, ऐसा लगता है कि आपके निजी कर्मचारियों ने आपको अन्य मुख्यमंत्रियों के फोन कल्स के बारे में जानकारी नहीं दी। मुख्य सचिव अभिमन्यु सिंह ने कहा कि 23 नवंबर 2020 को सीएम आवास से पंजाब सीएम आवास को पहली कॉल की गई, लेकिन उन्होने हमसे सिसवा फॉर्म में फोन करने को कहा, हमने वहां भी फोन किया, अगले दिन भी करीब दर्जनभर बार सीएम आवास और सिसवा फॉर्म में फोन किया गया।
Who is @mlkhattar to stop the farmers from going to national capital when Centre & Delhi are allowing farmers to enter? Why did he assault them? I’ll not forgive him for what he’s done to the farmers. He never called earlier but now I won’t talk to him till he apologizes. pic.twitter.com/VJbwZri00p
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 28, 2020
Hon CM @Capt_Amrinder Sir, Hope you're doing great.
I have came across a very strange situation , therefore thought of letting you know sir.
Sir it seems that your personal staff didn't brief you about the phone calls of other Chief Ministers made in official capacity. 1/7 pic.twitter.com/BHkoDP3uV8
— Abhimanyu Singh (@abhimanyu7779) November 28, 2020