डांसर बनने का सपना छोड़ क्यों कथावाचिका बनीं जया किशोरी, ये है खास वजह!
उनके परिवार के सदस्य कथा वाचन के कार्य को अच्छा मानते थे, इसलिये जया ने अपना डांसर बनने का सपना भूलकर कथावाचिका बनने का ठाना था।
New Delhi, Dec 20 : जया किशोरी अपनी कथा वाचन के लिये जानी जाती हैं, वो देश-विदेश में नानी बाई रो मायरा तथा श्रीमद्भागवत कथा करने के लिये प्रसिद्ध है, उनके फॉलोवर्स को उनकी अनूठी कथा वाचन शैली बेहद पसंद आती है, उन्होने छोटी उम्र में ही अध्यात्म के क्षेत्र में बहुत अधिक प्रसिद्धि हासिल कर ली है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बचपन में जया किशोरी एक वेस्टर्न डांसर बनना चाहती थी।
डांसर बनना चाहती थी
सोनी टीवी के पॉपुलर टीवी सो बूगी-वूगी में क्लासिकल डांस परफॉर्म करने के बाद जया किशोरी के माता-पिता ने खुद इस बात को स्वीकारा था कि जया वेस्टर्न डांसर बनना चाहती थी, लेकिन उनके परिवार के सदस्यों को उनका डांस पैशन पसंद नहीं था, साथ ही उनके पिता ने बताया कि उनके रिश्तेदार डांस तथा सिंगिंग को अच्छा नहीं मानते हैं, इसलिये उनके माता-पिता ने जया को क्लासिकल डांस करने के लिये प्रेरित किया।
क्लासिकल डांस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जया किशोरी को उस शो के बाद कभी क्लासिकल डांस करते हुए भी नहीं देखा गया, दरअसल छोटी उम्र से जया ने कथा, सत्संग तथा भजन आदि करते हुए अध्यात्म का क्षेत्र चुन लिया था, जिसके पीछे ये वजह बताई जाती है, कि किशोरी जी के घर-परिवार में हमेशा से ही कृष्ण की पूजा तथा भक्ति का माहौल रहा है, उन्हें बचपन से ही कथा, प्रवचन तथा भजन आदि याद थे।
घर वालों का सपोर्ट
उनके परिवार के सदस्य कथा वाचन के कार्य को अच्छा मानते थे, इसलिये जया ने अपना डांसर बनने का सपना भूलकर कथावाचिका बनने का ठाना था, आज वो अध्यात्म के क्षेत्र में बहुत अधिक तरक्की कर चुकी हैं, उनके लाखों फॉलोवर हैं, जिन्हें जया किशोरी की कथा वाचन शैली के अलावा उनके लाइफ मैनेजमेंट टिप्स, मोटिवेशनल स्पीच तथा टॉक ऑन स्प्रिचुएलिटी बहुत पसंद है। मालूम हो कि कथा-सत्संग के अलावा जया पढाई भी करती हैं, उन्होने कोलकाता के वर्ल्ड बिरला कॉलेज से ओपन स्कूलिंग के जरिये बीकॉम की पढाई की है, उनके करीबी बताते हैं कि जया को पढने-लिखने का बहुत शौक है, वो समय मिलने पर अध्यात्म तथा एकेडमी से जुड़ी किताबें पढती हैं, साथ ही उन्हें लिखना भी बहुत पसंद है।