कांग्रेस को बड़ा झटका, नहीं रहे दिग्गज राजनेता, दिल्ली के अस्पताल में निधन!

मोती लाल वोरा पुराने दिग्गज राजनीतिज्ञों में शुमार किये जाते रहे हैं, 50 सालों से कांग्रेस के साथ संगठन तथा सरकारों से जुड़े रहे।

New Delhi, Dec 21 : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबियों में गिने जाने वाले मोती लाल वोरा का निधन हो गया है, 93 साल की उम्र में उन्होने दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट अस्पताल में आखिरी सांस ली, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कभी ना भूलने वाला इंसान बताया है।

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दिग्गज राजनीतिज्ञ
मोती लाल वोरा पुराने दिग्गज राजनीतिज्ञों में शुमार किये जाते रहे हैं, 50 सालों से कांग्रेस के साथ संगठन तथा सरकारों से जुड़े रहे, एमपी के मुख्यमंत्री रह चुके वोरा का राजनीतिक सफर 1960 के दशक में शुरु हुआ था, शुरुआत में वोरा समाजवादी विचारधारा वाली पार्टी से जुड़े थे, लेकिन 1970 के दशक में कांग्रेस में आये, कांग्रेस पार्टी तथा राज्य सरकार में उच्च पदों पर रहने के बाद राज्यसभा तक पहुंचे, वोरा विवादों में भी फंसे, लेकिन कुछ कारणों से गांधी परिवार के करीबियों में गिने जाते रहे।

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गांधी परिवार के करीब
प्रभात तिवारी और पंडित किशोरी लाल शुक्ला की मदद से 1970 में वोरा कांग्रेस में शामिल हुए थे, उसके एक दशक के भीतर ही गांधी परिवार के काफी करीब आ गये थे, उनकी कुशलता और एक दशक में एमपी में तीन बार चुनाव जीतना खास कारण थे, 1983 में इंदिरा गांधी सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री पद मिला, इंदिरा की हत्या के बाद 1985 में एमपी के सीएम का पदभार संभाला, इसके बाद राजीव गांधी सरकार में भी वोरा शामिल हुए, जब राज्यसभा के सदस्य के तौर पर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।

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राहुल गांधी का समर्थन
दो चुनाव पहले जब कांग्रेस में पीएम पद के लिये चेहरे की तलाश थी, तो वोरा ने खुलकर पार्टी के भीतर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की वकालत की थी, वोरा उन गिने-चुने नेताओं में से थे, जिन्होने राहुल को पार्टी की कमान पूरी तरह सौंपे जाने का समर्थन किया था, गांधी परिवार के साथ उनके समीकरण हमेशा सधे रहे।