पहले राज्यपाल, फिर अमित शाह के बाद इस राजनेता से मिले सौरव गांगुली, नई चर्चा शुरु!

पिछले दिनों राज्यपाल से मुलाकात को लेकर जब सौरव से सवाल पूछा गया था, तो उन्होने उल्टे मीडिया से पूछा था कि क्या वो राज्यपाल से मिलने नहीं जा सकते।

New Delhi, Dec 31 : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान तथा बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली को लेकर इन दिनों सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म है, गांगुली पिछले दिनों राजभवन जाकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मिले, जिसके बाद वो दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में केन्द्रीय गृह मंत्री तथा बीजेपी के शीर्ष नेता अमित शाह के साथ एक मंच पर नजर आये, अब माकपा के वरिष्ठ नेता अशोक भट्टाचार्य को उनके घर आकर मुलाकात करते देखा गया है।

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राजनीतिक मायने
माकपा नेता से मुलाकात के बाद सौरव गांगुली के राजनीतिक मायने निकलने शुरु हो गये हैं, वैसे आपको बता दें कि अशोक भट्टाचार्य से सौरव गांगुली के पुराने ताल्लुकात हैं, sourav GANGULY भट्टाचार्य जब भी कोलकाता आते हैं, तो वो सौरव से मुलाकात करना नहीं भूलते, इसी तरह दादा भी जब भी सिलीगुड़ी जाते हैं, तो अशोक भट्टाचार्य से जरुर मिलते हैं, बुधवार की मुलाकात को सौजन्य मूलक भेंट बताते हुए अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि सौरव के घर जाकर उनसे और उनकी पत्नी डोना से काफी बातचीत हुई, क्रिकेट को लेकर सौरव से काफी चर्चा हुई।

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क्रिकेट के विकास के लिये न्योता
सिलीगुड़ी में क्रिकेट के विकास के लिये मैंने उन्हें वहां आने का न्योता दिया है, सौरव ने कुछ जरुरी कार्य निपटा लेने के बाद वहां आने की बात कही है, अशोक भट्टाचार्य ने आगे कहा कि सौरव गांगुली ने मुझसे पूछा कि क्या मैं इस बार विधानसभा चुनाव लड़ रहा हैं, उन्होने तो मुझे अग्रिम शुभकामनाएं भी दे दी है।

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राजनीति में आने पर क्या कहा
वरिष्ठ माकपा नेता का मानना है कि सौरव गांगुली जैसे शख्स का राजनीति में ना आना ही अच्छा है, वैसे खुद कई बार दादा कह चुके हैं कि फिलहाल उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है, पिछले दिनों राज्यपाल से मुलाकात को लेकर जब सौरव से सवाल पूछा गया था, तो उन्होने उल्टे मीडिया से पूछा था कि क्या वो राज्यपाल से मिलने नहीं जा सकते, इसी तरह केन्द्रीय मंत्री से दिल्ली में मुलाकात पर सौरव गांगुली ने कहा था कि वो उस कार्यक्रम में बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर शामिल हुए थे, वहां किसी और तरह की कोई बातचीत नहीं हुई।