किन वजहों से बैकफुट पर आया पुलिस-प्रशासन? जानिए, गाजीपुर बॉर्डर पर कैसे रातभर बदलता गया माहौल
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद से ही पुलिस फ्रंटफुट पर है, लेकिन गाजीपुर बॉर्डर में देर रात हालात कुछ ऐसे बदले कि पुलिस को ही बैकफुट पर आना पड़ा ।
New Delhi, Jan 29: गणतंत्र दिवस के दिन किसान आंदोलन के तहत हुई ट्रैक्टर परेड, हिंसक उपद्रव में बदल गई । देश की शान लाल किले को ऐसी क्षति पहुंचाई गई जो अपूर्णनीय बताई जा रही है । इस घटना के बाद से ही पुलिस-प्रशासन द्वारा किसानों पर लगातार धरना खत्म करने का दबाव बनाया जा रहा है । बागपत में प्रदर्शनकारी किसानों को खदेड़ने के बाद पुलिस का टारगेट गाजीपुर बॉर्डर रहा, गुरुवार की शाम में ही यहां जिला प्रशासन ने प्रदर्शन स्थल को खाली कराने का आदेश दे दिया था । पुलिस की कई टीमें यहां पहुंच गईं थीं, लेकिन फिर किसान नेता राकेश टिकैत के आंसुओं ने सारा माहौल ही पलट दिया ।
आधी रात चला हाईवोल्टेज ड्रामा
गाजियाबाद प्रशासन की ओर से प्रदर्शनकारी किसानों को गुरुवार आधी रात तक यूपी गेट खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया गया था। दिल्ली की सीमा पर टकराव के हालात काबू में रहें इसके लिए भारी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए। प्रदर्शन स्थल पर शाम में कई बार बिजली कटौती भी देखी गई,आपको बता दें यहां राकेश टिकैत के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सदस्य 28 नवंबर से डटे हुए हैं । पुलिस टीम की संख्या से डर का माहौल ऐसा था कि कुछ किसान अपना बोरिया-बिस्तर तक समेटने लगे थे। लेकिन फिर टिकैत मीडिया से बात करते हुए रोने लगे, वो अपनी मांग पर अड़े रहे और ये तक कहा वह आत्महत्या कर लेंगे लेकिन आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे।
टिकैत का बयान
गाजीपुर बॉर्डर पर जहां पुलिस तैयारी में थी कि किसानों को हटाने में कामयाबी मिलेगी वहीं किसान नेता के एक बयान के सारा माहौल ही बदल गया । भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत मीडिया के सामने आते हैं, और ऐलान करते हैं कि ‘मैं अब पानी नहीं पीऊंगा। मैं केवल वही पानी पीऊंगा जो गांवों से किसानों द्वारा लाया गया है।’ टिकैत के इस रोते हुए दिए बयान के बाद नौबत ये आ गई कि रात में ही पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान दिल्ली की ओर कूच करने लगते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक टिकैत का रोते हुए बयान देखकर करीब 5000 से ज्यादा किसान उनका समर्थन करने के लिए इकट्ठा होने लगे ।
नरेश टिकैत ने भी किया आह्वाहन
रातों रात मेरठ, बागपत समेत पश्चिम उत्तर प्रदेश के सैकड़ों किसान दिल्ली की ओर बढ़ चले । भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने उस समय मुजफ्फरनगर में थे, जहां से उन्होंने एक वीडियो बनाकर ट्वीट किया । लिखा- हरियाणा के गांव-गांव से किसान भाई ग़ाज़ीपुर बॉर्डर की तरफ चल पड़े हैं। अब तो तीनों काले कानूनों का निपटारा करके ही घर लौटेंगे। बाबा टिकैत का एक-एक सिपाही दिल्ली कूच करे!’ । नरेश टिकैत ने इसके साथ ही पंचायत बुलाई और दिल्ली कूच की योजना तैरूार हुई । आज 11 बजे मुजफ्फरनगर में महापंचायत होगी और आगे की प्लानिंग पर फैसला होगा ।
Uttar Pradesh police and Provincial Armed Constabulary (PAC) deployed at Ghazipur border since yesterday evening, leaves the protest site in police and PAC vehicles. pic.twitter.com/SSYnnRczdZ
— ANI UP (@ANINewsUP) January 28, 2021
हरियाणा के गाँव-गाँव से किसान भाई ग़ाज़ीपुर बॉर्डर की तरफ चल पड़े हैं। अब तो तीनों काले कानूनों का निपटारा करके ही घर लौटेंगे।
बाबा टिकैत का एक-एक सिपाही दिल्ली कूच करे! pic.twitter.com/HLglFoTSM0
— किसानों की आवाज़ (@KisanoKiAwaz) January 28, 2021