बजट में आम आदमी की सेहत का खास ध्यान, वित्त मंत्री ने किये कई बड़े ऐलान!

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार इस मद में अगले 6 सालों में करीब 61 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी।

New Delhi, Feb 01 : कोरोना काल में इस बात की उम्मीद जताई जा रही थी कि हेल्थ सेक्टर को मोदी सरकार की ओर से कुछ ना कुछ खास मिलेगा, मोदी सरकार ने कोरोना को देखते हुए स्वास्थ्य के क्षेत्र में बजट में बढोतरी की है, साथ ही एक खास स्कीम भी चलाई गई है, मोदी सरकार ने बजट के जरिये आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना का तोहफा देश के लोगों को दिया है।

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बीमारियों पर फोकस
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार इस मद में अगले 6 सालों में करीब 61 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी, उन्होने बताया कि इसके तहत प्राइमरी स्तर से लेकर उच्च स्तर तक की स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किया जाएगा, नई बीमारियों पर भी फोकस होगा, जो नेशनल हेल्थ मिशन से अलग होगा।

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हेल्थ यूनिट
बजट में घोषणा की गई है कि 75 हजार ग्रामीणइ हेल्थ सेंटर खोले जाएंगे, सभी जिलों में 5 केन्द्र, 602 जिलों में क्रिटिकल केयर अस्पताल खुलेंगे, नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल, इंटिग्रेटेड हेल्थ इंफो पोर्टल को और मजबूत किया जाएगा, 17 नये पब्लिक हेल्थ यूनिट को भी चालू किया जाएगा।

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और भी घोषणाएं
मोदी सरकार ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वर्ल्ड हेल्थ बनाने की भी घोषणा की है, इतना ही नहीं 9 बायो लैब भी बनाई जाएंगी, कोरोना को ध्यान में रखते हुए 4 इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भी बनाये जाने का अहम कदम उठाया गया है। वित्त मंत्री ने ये भी घोषणा की है, कि न्यूटिशन पर फोकस किया जाएगा, जल जीवन मिशन (अर्बन) लांच किया जाएगा।