आंदोलन कर रहे किसानों से मिलने पहुंचे थे विपक्षी सांसद, बैरंग लौटे तो लिखा स्‍पीकर को ऐसा पत्र

किसान आंदोलन को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है, प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिले विपक्षी सांसद जब गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे तो उन्‍हें बैरंग ही लौटा दिया गया ।

New Delhi, Feb 05: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को 10 विपक्षी दलों के सांसदों ने गुरुवार को पत्र लिखकर कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर हालात भारत-पाकिस्तान सीमा जैसे हैं और किसानों की स्थिति जेल के कैदियों जैसी है। दरअसल शिरोमणि अकाली दल, द्रमुक, एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस समेत 10 पार्टियों के 15 सांसद एक बस में गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने गए थे, लेकिन पुलिस की सुरक्षा के कारण वह किसानों से नहीं मिल सके।  जिसकी वजह से सांसदों को मन मसोस कर बैरंग लौटना पड़ा । अब इन सांसदों ने लोकसभा स्‍पीकर को एक खत लिखा है ।

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भारत-पाकिस्‍तान सीमा जैसे हालात
गुरुवार को गाजीपुर में किसानों से मिलने गए सांसदों की टीम का हिस्सा रहीं हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि 13 लेयर की बैरिकेडिंग तो उन्होंने हिंदुस्तान में पाकिस्तान बार्डर पर भी नहीं देखी है । विपक्षी दलों के सांसदों की इस टीम में अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर बादल के अलावा  एनसीपी सांसद सुप्रीया सुले डीएमके सांसद कनिमोझी, टीएमसी सांसद सौगत राय और त्रिरुची शिवा प्रमुख थे ।  सांसदों ने बहुत कोशिश की लेकिन दिल्‍ल्‍ी पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग पार करके प्रदर्शन स्थल पर जाने की अनुमति नहीं दी।

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किसानों के हालात का लिया जायजा
विपक्षी सांसदों ने हालात का जायजा लिया और इसके बाद कोशिश कर कुछ किसान नेताओं से मुलाकात करने में सफल रहे । उन्‍होंने उनसे हालात जानें, दर्द सांझा किया। सांसदों ने यहां से लौटते हुए कहा कि अब वह इस बारे में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मिलकर उन्हें पूरा हाल बताएंगे। दरअसल पुलिस ने किसानों के मंच तक जाने की कोशिश कर रहे इन सांसदों को यूपी गेट पर ही रोक दिया था । शिरोमणि अकाली दल की नेता ने सोशल मीडिया पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की। सरकार पर हमला करते हुए कौर ने कहा किसानों को सांसदों से मिलने नहीं दिया जा रहा है।

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पत्र में लिखा, पाक- भारत सीमा जैसे हालात
सांसद हरसिमरत कौर बादल ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पुलिस ने तीन किलोमीटर तक बैरीकेडिंग की हुई है, अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसान कैसे रहते  होंगे । वह समान विचारधारा रखने वाली पार्टियों और गाजीपुर सीमा पर किसानों से मिलने आए थे, उन्होंने कहा वह शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करती हैं। एनसीपी सांसद सुप्रीया सुले ने कहा हम किसानों के साथ हैं। हम सरकार से किसानों से बातचीत करने का अनुरोध करते हैं। आपको बता दें, विपक्षी सांसद मनोज झा और दीपेंद्र हुड्डा सदन में भी सरकार से किसानों के प्रति सहानभुतिपूर्वक रवैया रखने का अनुरोध कर चुके हैं ।