5 महीने की मासूम को लगना है 16 करोड़ का इंजेक्‍शन, परिवार ने इस तरह जुटाई रकम, PM ने भी की मदद

5 महीने की नन्‍हीं मासूम की जिंदगी बचाने की जंग लगातार जारी है, मासूम को 16 करोड़ का एक इंजेक्‍शन लगना है, मामले में पीएम ने भी सहयोग किया है । जानें पूरी जानकारी ।

New Delhi, Feb 11: मुंबई में एक पांच महीने की बच्ची तीरा कामत जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है । इस बच्‍ची की जान बचाने के लिए उसे दुनिया के सबसे महंगे इंजेक्शन में से एक इंजेक्शन लगना है । जिसकी कीमत करोड़ों में है । बच्ची को एसएमए- टाइप1 नाम की बीमारी है । बीमारी के इलाज के लिए इंजेक्‍शन अमेरिका से लाया जाना है । परिवार ने बामुश्किल बेटी के लिए सोशल मीडिया से करीब 10 करोड़ रूपये जुटा लिए हैं ।

Advertisement

मुंबई में चल रहा है इलाज
तीरा कामत नाम की इस मासूम का इलाज मुंबई के एक अस्पताल में चल रहा है । तीरा को एसएमए- टाइप1 नाम की बीमारी है, उसका इलाज कर रहे डॉक्‍टर्स का कहना है कि इस बीमारी के कारण इंजेक्शन नहीं लगने पर बच्ची की सिर्फ 18 महीने तक ही जीवित रह सकती है । यही वजह है कि ये इंजेक्‍शन मंगाना बहुत जरूरी था ।

Advertisement

16 करोड़ है कीमत
इंजेक्शन की कीमत सुनकर आप हैरान रह जाएंगे, ये करीब 16 करोड़ रूपये का आएगा । तीरा कामत के माता-पिता अपनी बेटी की जानकारी लगातार सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं । इसी जरिए से परिवार ने करीब 10 करोड़ रुपए भी जुटा लिए हैं । लोग बेटी की सेहत के लिए दुआएं भी परिवार को भेज रहे हैं ।

Advertisement

पीएम ने भी की बड़ी मदद
वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इस मामले को देख रहे हैं, उन्‍होंने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने अपील की थी कि बाहर से आने वाले इंजेक्शन में टैक्स की छूट दी जाए ताकि मासूम बच्ची का इलाज हो सके। जिस पर पीएमओ की ओर से भी एक्शन लिया गया है और इंजेक्‍शन पर टैक्स जो कि करीब 6 करोड़ रूपये का है उसमें छूट दे दी गई । इसकी जानकारी भी देवेंद्र फडणवीस की ओर से दी गई।

तीरा को है ये बीमारी
5 महीने पहले ही तीरा ने जन्‍म लिया है, जिसके कुछ समय बाद ही उसे दूध पीने में दिक्‍कत आने लगी । 13 जनवरी को उसे मुंबई के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था । उसके एक फेफड़े ने भी काम करना बंद कर दिया है और उसे वेंटिलेटर पर रखा गया । दरअसल एसएमए नाम की ये बीमारी यानी जेनेटिक स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी शरीर में एसएमएन-1 जीन की कमी से होती है । इस बीमारी में सीने की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है । दिक्कत बढ़ने के साथ मरीज की मौत हो जाती है । ब्रिटेन में इस बीमारी से हर साल करीब 60 बच्चे पीडि़त होते हैं ।