प.बंगाल: कभी मोस्ट वॉन्टेड थी ये लेडी IPS, इस वजह से नौकरी छोड़ थामा था बीजेपी का दामन
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व आईपीएस अधिकारी की खूब चर्चा है, कौन हैं ये और जानें किस वजह से ये विवादों में रही हैं ।
New Delhi, Mar 05: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की सरगर्मिरूा चरम पर है । बस कुछ दिन बाद ही मतदान प्रक्रिया शुरू हो जाएगी । इस बार राज्य में सत्तारुढ़ टीएमसी (TMC) और बीजेपी (BJP) में सीधी टक्कर होने वाली है । दोनों ही दल चुनाव जीतने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं । चुनावी खबरों के बीच एक पूर्व महिला आईपीएस का नाम भी खूब सर्खियों में है, ये नाम है भारती घोष का । भारती एक समय में ममता बनर्जी की बहुत ही खास हुआ करती थीं, अब वह बीजेपी में शामिल हो गई हैं । आगे जानें कौन हैं भारती घोष ।
बंगाल कैडर की अधिकारी
भारती घोष बंगाल कैडर की पदोन्नत आईपीएस आधिकारी रह चुकी हैं, उन्होंने साल 2017 में तबादले से नाराज होकर पुलिस अधीक्षक के पद औऱ नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि नौकरी छोड़ने के बाद उनकी मुश्किलें काफी बढ़ गईं । उन पर और उनके पति पर सीआईडी का शिकंजा कस गया । दोनों पर आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगे थे ।
2018 में मोस्ट वॉन्टेड थीं भारती
साल 2018 में सीआईडी ने भारती घोष को मोस्ट वॉन्टेड तक घोषित कर दिया था, और देशभर में उनके ख्सिालाफफ छापेमारी की थी। सीआईडी के अनुसार भारती ने 300 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति खरीदी है । नौकरी से इस्तीफा देने के बाद सीआईडी के साथ घोष ममता बनर्जी सरकार की नजर में भी बनीं रहीं । भारती घोष ने 2019 में बीजेपी का दामन थाम लिया था ।
लोकसभा चुनाव भी लड़ा
बीजेपी ने उन्हें साल 2019 में राज्य की घाटल सीट से लोकसभा का चुनाव भी लड़वाया था । हालांकि वह चुनाव भारती घोष हार गईं । भारती कभी ममता बनर्जी की काफी करीबी रहीं हैं, उन्हें उनकी बेटी तक कहा जाता था । लेकिन अब भारती बंगाल बीजेपी का बड़ा नाम बन चुकी हैं । राजनीति के मैदान में अब वो ममता बनर्जी से ही लोहा ले रही हैं।