कैसे युवराज की जगह महेन्द्र सिंह धोनी को मिली टीम इंडिया की कप्तानी? BCCI अध्यक्ष ने बताया पूरा किस्सा!

शरद पवार 2005 से 2008 तक बीसीसीआई अध्यक्ष थे, उन्होने कहा कि मुझे याद है कि भारत 2007 में इंग्लैंड गया था, उस समय राहुल द्रविड़ कप्तान थे।

New Delhi, Mar 08 : एनसीपी प्रमुख तथा बीसीसीआई के पूर्व  अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने साल 2007 में टीम इंडिया के कप्तान के लिये महेन्द्र सिंह धोनी का नाम सुझाया था, पवार ने एक रैली को संबोधित करते हुए बताया कि कैसे राहुल द्रविड़ के 2007 में कप्तानी छोड़ने के बाद एक नये कप्तान की तलाश शुरु हुई थी।

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बीसीसीआई अध्यक्ष थे
शरद पवार 2005 से 2008 तक बीसीसीआई अध्यक्ष थे, उन्होने कहा कि मुझे याद है कि भारत 2007 में इंग्लैंड गया था, उस समय राहुल द्रविड़ कप्तान थे, मैं तब इंग्लैंड में था और द्रविड़ मुझसे मिलने आये थे, उन्होने मुझे बताया कि कैसे वो अब टीम का नेतृत्व नहीं करना चाहते थे, द्रविजड़ ने कहा कि कप्तानी उनकी बल्लेबाजी को प्रभावित कर रही है, उन्होने मुझसे कहा, कि उन्हें कप्तानी से राहत मिलनी चाहिये, मैंने तब सचिन तेंदुलकर को कप्तान बनने के लिये कहा, लेकिन उन्होने भी इंकार कर दिया।

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कप्तान कौन बनेगा
पवार ने बताया कि मैंने सचिन से कहा अगर आप और राहुल द्रविड़ दोनों टीम का नेतृत्व नहीं करना चाहते हैं, तो फिर कप्तानी कौन करेगा, तो सचिन ने मुझसे कहा, कि हमारे पास देश में एक और खिलाड़ी है, जो टीम का नेतृत्व कर सकता है, उसका नाम कोई और नहीं बल्कि एमएस धोनी है, उसके बाद हमने धोनी को नेतृत्व सौंप दिया, 2007 में द्रविड़ की कप्तानी भारतीय टीम वनडे विश्वकप के पहले राउंड में ही बाहर हो गई थी।

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धोनी की कप्तानी
महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने वनडे और टी-20 विश्वकप जीतने में सफल रही, उन्होने 60 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की, viru dhoni जिसमें से 27 में जीत और 18 में हार मिली थी, 15 मैच ड्रा रहे थे, धोनी ने भारत के लिये 90 टेस्ट मैचों की 144 पारियों में 38.09 के औसत से 4876 रन बनाये, वहीं 350 वनडे मैचों में 294 पारि. में 50.57 के औसत से 10773 रन बनाये, वनडे में उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 183 रन है। साथ ही 98 टी-20 मैचों में 37.60 के औसत से 1617 रन बनाये हैं।