ऑटो चलाने को विवश है नेशनल चैंपियन बॉक्सर, अधूरा रह गया एक बड़ा सपना!

आबिद खान एक प्रोफेशनल और ट्रेंड बॉक्सर रहे हैं, उन्होने 4 सालों तक आर्मी में कोच के तौर पर भी काम किया है, वो नेशनल इंस्टीट्यूट और स्पोर्ट्स पटियाला (1988-89) तक पंजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट रहे थे।

New Delhi, Apr 16 : कभी-कभी आप जो चाहते हैं, वो नहीं होता और जो नहीं चाहते वही हो जाता है, क्योंकि वहां आपकी मेहनत नहीं बल्कि किस्मत का जोर चलता है, कुछ ऐसी ही कहानी पंजाब के बॉक्सर की है, जिसने कभी बड़े-बड़े सपनों के साथ बॉक्सिंग की कोचिंग ली थी, नेशनल चैंपियन बना था, लेकिन जब उसकी किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, तो वो बॉक्सर बनता कैसे, कहीं नौकरी नहीं मिली, तो परिवार का गुजारा करने के लिये ऑटो चलाने लगा, मार्केट में लोडिंग-अनलोडिंग करने के लिये मजबूर है, उस बॉक्सर का नाम आबिद खान है, आइये उनके बारे में बताते हैं।

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प्रोफेशनल बॉक्सर
यू-ट्यूब पर 17 मिनट का वीडियो क्लिप पोस्ट किया गया है, जिसमें वो अपने बारे में बताते नजर आ रहे हैं, आबिद खान एक प्रोफेशनल और ट्रेंड बॉक्सर रहे हैं, उन्होने 4 सालों तक आर्मी में कोच के तौर पर भी काम किया है, वो नेशनल इंस्टीट्यूट और स्पोर्ट्स पटियाला (1988-89) तक पंजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट रहे थे।

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आर्थिक तंगी के कारण छोड़नी पड़ी बॉक्सिंग
किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था, आबिद और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई, वो बॉक्सिंग में करियर नहीं बना सके और उन्होने ऑटो ड्राइविंग शुरु कर दी, इतना ही नहीं उन्हें मार्केट में लोडिंग और अनलोडिंग का भी काम करना पड़ा, वीडियो में आबिद ने ये भी बताया कि कैसे उन्होने एक बेहतर जॉब की तलाश की, लेकिन मेहनत और काबिलियत के बदौलत उन्हें कोई काम नहीं मिला।

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बच्चों को भी स्पोर्ट्स ज्वाइन करने से किया मना
नेशनल बॉक्सर होने के साथ-साथ आबिद कान दो बच्चों के पिता भी हैं, उन्होने अपनी स्थिति को देखते हुए अपने बच्चों को स्पोर्ट्स की ओर जाने से रोक दिया, आबिद को आज भी एक उम्मीद है कि वो अपनी बॉक्सिंग की कोचिंग शुरु कर सकते हैं, लेकिन पैसों की कमी के चलते वो ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। आबिद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, लोग तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं, वहीं कई लोग उनकी हालत देख दुखी हैं, कुछ मदद के लिये भी आगे आये हैं।