कोरोना के ज्यादातर मरीज कर रहे ये गलती, जान पर पड़ सकती है भारी
एक्सपर्ट की मानें, तो अभी तक कोरोना का कोई इलाज मौजूद नहीं है, जिस इलाज की सलाह डॉक्टर्स मरीजों को दे रहे हैं, वो सिर्फ और सिर्फ रिकवरी होने तक स्थिति को कंट्रोल रखने तथा लक्षणों को रोकने के लिये है।
New Delhi, Apr 22 : कोरोना की दूसरी लहर से पूरे देश में एक बार फिर से डर का माहौल बन गया है, नया स्ट्रेन ज्यादा आक्रामकता के साथ लोगों को अपना शिकार बना रहा है, कोरोना के गंभीर लक्षणों से बचने के लिये कुछ लोग पेनकिलर्स और एंटी बायोटिक्स जैसी दवाएं ले रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, कि इस तरह बिना डॉक्टर के सलाह के दवाएं लेने से आपकी परेशानियां बढ सकती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
एक्सपर्ट की मानें, तो अभी तक कोरोना का कोई इलाज मौजूद नहीं है, जिस इलाज की सलाह डॉक्टर्स मरीजों को दे रहे हैं, वो सिर्फ और सिर्फ रिकवरी होने तक स्थिति को कंट्रोल रखने तथा लक्षणों को रोकने के लिये है, कोरोना के हल्के लक्षण दिखने पर सेल्फ आईसोलेशन में जाने से भी जोखिम को कम किया जा सकता है, सिर्फ बुजुर्ग या पहले से किसी बीमारी से ग्रसित लोगों को ही अस्पताल जाना चाहिये।
पेनकिलर्स- सेल्फ आइसोलेशन में डॉक्टर की सलाह पर मरीज बुखार या सिरदर्द से राहत पाने के लिये पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन जैसी दवाओं का उपयोग कर सकते हैं, आमतौर पर डॉक्टर्स कॉम्बिफ्लेम और फ्लेक्सॉन जैसी दवाओं की सिफारिश करते हैं, जो पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन का एक कॉम्बिनेशन हैं।
कफ सिरप- कोरोना में खांसी से राहत पाने के लिये आप डॉक्टर्स की सलाह पर खांसी की दवा या कफ सिरप ले सकते हैं, ध्यान रहे कि अगर आपने पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन का कॉम्बिनेशन लिया है, तो इसके ओवऱडोज से नुकसान हो सकता है, इसके अलावा गले में खराश से राहत के लिये आप शहद और नींबू ले सकते हैं, हल्के गर्म पानी से गरारे कर सकते हैं।