एक्जिट पोल में बीजेपी 100 के पार, अब क्या करेंगे प्रशांत किशोर

चुनाव कैम्पेन के दौरान प्रशांत किशोर ने बीजेपी को प्रदेश में बड़ी ताकत माना, हालांकि उन्होने ये भी कहा कि बीजेपी 100 सीट के पार नहीं जाएगी, तथा टीएमसी जीत दर्ज करेगी।

New Delhi, Apr 30 : देशभर में कोरोना महामारी के बीच 2 मई को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होंगे, लेकिन नतीजों से पहले तमाम एग्जिट पोल्स ने इस बात का इशारा दे दिया है कि बीजेपी और टीएमसी के बीच कड़ा मुकाबला है, सभी एग्जिट पोल्स में एक बात साफ नजर आ रही है, कि बीजेपी तिहाई के आंकड़े को छू सकती है, बिहार की तरह पश्चिम बंगाल के नतीजों का राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा असर देखने को मिल सकता है, यूपी चुनावों से पहले पश्चिम बंगाल में बीजेपी की जीत कार्यकर्ताओं में जोश भर देगा, वहीं अगर ममता दीदी की टीएमसी सत्ता में वापसी करती है, तो समूचे विपक्षी दलों में अपने खोए जनाधार को पाने का आत्मविश्वास जगेगा, इन सबके बावजूद बंगाल के नतीजे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के करियर पर भी बड़ा असर करेगा।

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बीजेपी को बड़ी ताकत माना
चुनाव कैम्पेन के दौरान प्रशांत किशोर ने बीजेपी को प्रदेश में बड़ी ताकत माना, हालांकि उन्होने ये भी कहा कि बीजेपी 100 सीट के पार नहीं जाएगी, तथा टीएमसी जीत दर्ज करेगी, एक पब्लिक प्लेटफॉर्म पर कुछ पत्रकारों से बातचीत होने पर उन्होने अपने दावे को दोहराया, उन्होने पहले बीजेपी के दहाई फिर बार में तीन डिजिट में आने की बात पर चुनावी रणनीतिकार का पेशा छोड़ने तक की बात कह दी।

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पूरी ताकत झोंक दी
सभी जानते हैं कि पश्चिम बंगाल चुनावों में टीएमसी के मुकाबले बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी, पिछले कुछ सालों में पश्चिम बंगाल की राजनीति में बीजेपी का ग्राफ तेजी से बढा है, यही वजह है कि pk 2 पीके ने भी उन्हें बड़ी राजनीतिक ताकत माना है, हालांकि उन्होने ये भी दावा किया कि लोगों में ममता के खिलाफ असंतोष नहीं है, वो अब भी बंगाल की लोकप्रिय नेता हैं, जो भी बंगाल को समझता है, वो जरुर बताएगा कि टीएमसी और ममता के लिये महिलाएं बड़ी संख्या में वोट दे रही हैं, पीके ने कहा कि मैं पिछले 8-10 साल के अनुभव में किसी महिला नेता को इतना लोकप्रिय नहीं देखा, मेरा मानना है कि ममता बनर्जी बड़े अंतर से जीत रही है।

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अब क्या करेंगे पीके
अगर पीके की बातें सही साबित होती है, तो साफ हो जाएगा कि सियासी नब्ज टटोलने में उनका कोई सानी नहीं, 2014 लोकसभा चुनाव में मोदी की बड़ी कामयाबी के बाद पीके बड़े चुनावी रणनीतिकार के रुप में रातों-रात छा गये, 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत के बाद पीके को चुनावों में जीत की गारंटी माना जाने लगा, mamta PK पीके बिहार में सीएम आवास से राजनीतिक नर्सरी तैयार करने लगे, युवाओं पर उनका जादू सिर चढकर बोलने लगा।