बंगाल में TMC की जीत की पटकथा लिखने वाले प्रशांत किशोर का ऐलान, चुनावी रणनीतिकार से संन्यास

प्रशांत किशोर ने रविवार को कहा, कि वो इलेक्शन मैनेजमेंट और आईपैक छोड़ रहे हैं, क्योंकि अब वो कुछ और करना चाहते हैं।

New Delhi, May 02 : पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने चुनाव प्रबंधन का अपना पेशा छोड़ने का ऐलान किया है, बंगाल विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद पीके ने ये ऐलान किया है, उन्होने कहा कि वो अब कुछ और करना चाहते हैं, आपको बता दें कि उन्होने ममता बनर्जी की पार्टी की चुनावी रणनीतियां तैयार करने में बड़ी भूमिका निभाई थी, जिनके बलबूते दीदी एक बार फिर सत्ता में वापसी करती दिख रही हैं।

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क्या कहा
प्रशांत किशोर ने रविवार को कहा, कि वो इलेक्शन मैनेजमेंट और आईपैक छोड़ रहे हैं, क्योंकि अब वो कुछ और करना चाहते हैं, उन्होने कहा कि Prashant-Kishor-Mamata-banerjee (1) वो पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में अपने चुनावी प्रबंधन में लड़े गये विधानसभा चुनाव में टीएमसी और डीएमके की जीत से काफी खुश हैं, इसके अलावा उनका ये दावा है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सीटें सिर्फ दहाई अंकों में सिमट जाएगी, ये भी सच साबित होने से उन्हें काफी खुशी है।

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दहाई में सिमट रही बीजेपी
प्रशांत किशोर ने पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजे सामने आने से पहले दावा किया था कि अगर बीजेपी 100 से ज्यादा सीटें लेकर आती है, तो वो अपना काम छोड़ देंगे, Amit-Shah-with-Kailash-Vijayvargiya-LOOKEAST (1) उन्होने दावा किया कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भगवा पार्टी की सीटें दहाई अंकों में ही सिमटकर रह जाएगी, 2 मई को सामने आये परिणामों में पीके का दावा सही होता दिखा, बीजेपी 80 से 85 सीटों के बीच रह गई, पीके ने कहा कि उनका ये दावा सही होने के बाद भी वो अब इस क्षेत्र में और काम नहीं करना चाहते।

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क्या कहा था पीके ने
प्रशांत किशोर ने कहा था कि अगर बीजेपी बंगाल में 100 से ज्यादा सीटें जीती, तो मैं ये काम छोड़ दूंगा, मैं आईपैक भी छोड़ दूंगा, मैं कुछ और करुंगा, लेकिन ये नहीं, पीके ने कहा था कि मैं ये काम छोड़ दूंगा, pk 2 आप मुझे आगे किसी और राजनीतिक अभियान के लिये काम करते नहीं देखेंगे, उन्होने कहा था कि बंगाल में मेरा पास कोई एक्सक्यूज नहीं है और दीदी ने मुझे मेरे काम में काफी आजादी दी है, जैसा मैं चाहता था, अगर मैं बंगाल हारा, तो मैं ये मान लूंगा, कि मैं इस जॉब के लिये फिट नहीं हूं।