UP के हिन्दू बहुल गांव में एक मुस्लिम ने कैसे जीता प्रधानी चुनाव? ये है इनसाइड स्‍टोरी

यूपी पंचायत चुनाव में अयोध्या जिले के एक हिन्दू बहुल गांव में मुस्लिम उम्‍मीदवार ने जीत दर्ज की है। अब इस गांव की चर्चा पूरे जनपद में हो रही है ।

New Delhi, May 12: चुनावों में कुछ उम्मीदवार जीत हासिल करने के लिए वोटर्स को रिझाने की क्‍या कुछ कोशिश नहीं करते । रुपयों से लेकर शराब तक का लालच देकर उन्‍हें अपने पक्ष में वोट देने को कहते हैं, इतना ही नहीं मजहब के नाम पर मत देने की परंपरा में तो देश में बड़ी पुरानी है । बात जब प्रधानी चुनाव की हो तो, जमीन का पट्टा दिलाने से लेकर  पेंशन बनवाने, आवास मुहैया कराने जैसे वादे भी किए जाते हैं । लेकिन आप हैरान होंगे अयोध्या के मवई ब्लॉक की ग्राम पंचायत रजनपुर के नतीजे जानकर, इस हिंदू बहुल क्षेत्र में एक मुस्लिम उम्‍मीदवार सभी का दिल जीतने में कामयाब रहा है ।

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क्षेत्र में सिर्फ एक मुस्लिम घर
इस क्षेत्र में सिर्फ एक घर मुस्लिम सम्प्रदाय के परिवार का है बाकी सभी मतदाता हिन्दू सम्प्रदाय से हैं । इस क्षेत्र में प्रधान पद के लिए कुल आठ प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे । जिनमें से मात्र एक मुस्लिम हाफिज अजीमुद्दीन खां चुनाव लड़ रहे थे। सभी प्रत्याशियों के जीत के दावे मजबूत थे, लेकिन गांव वालों ने भी चुनाव में किसी प्रलोभन या जातिपात के भंवर में ना फंसते हुए प्रत्याशी के व्यवहार, कर्मठता और ईमानदारी को आधार मानते हुए, अजीमुद्दीन खां को अपनी ग्राम पंचायत का प्रधान चुन लिया ।

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पूरे गांव में हो रही चर्चा
इस प्रत्‍याशी की तीत के बाद से गांव में साम्प्रदायिक सौहार्द की एक अनोखी मिसाल दी जा रही है, जिसकी पूरे इलाके में चर्चा हो रही है। चुनाव, मतगणना और नतीजों के बाद फिलहाल उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों का गठन, पंचायत प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण तथा ग्राम पंचायतों की पहली बैठक का पूरा कार्यक्रम फिलहाल लटक गया है। कोरोना वायरस संक्रमण की खतरनाक लहर के कारण ऐसा कदम उठाया गया है, जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख के अप्रत्यक्ष चुनाव के कार्यक्रम को भी अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। संक्रमण के साथ ही कुछ और विभागीय मसले भी हैं ।

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निर्दलियों का पलड़ा रहा भारी
इस बार के पंचायत चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशी सभी सियासी दलों पर भारी पड़े हैं । जिला पंचायत सदस्यों के 3050 पदों पर हुए चुनावों में 947 निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं । आंकड़ें देखें तो पूर्वांचल में तो निर्दलीयों ने भारी संख्या में जीत दर्ज की है। मध्य यूपी, पश्चिमी यूपी और अवध क्षेत्र में भी निर्दलियों ने सियासी दलों को धूल चटा दी है । हालांकि इनमें से कई ऐसे हैं, जो भाजपा के बागी के तौर पर लड़े थे ।