इजरायल को लेकर तुर्की के राष्ट्रपति का सनसनीखेज बयान, ऐसा अब तक किसी ने नहीं कहा
इजरायल और हमास के बीच छिड़े संघर्ष में मासूमों की मौत चिंता का विषय है, दुनिया भर के देश मिलकर इसे रोकने का प्रयास कर रहे हैं । इस बीच तुर्की के राष्ट्रपति के एक बयान से सनसनी मच गई है ।
New Delhi, May 18: फिलिस्तीनियों और इजरायल के बीच छिड़ा खूनी संघर्ष दूसरे सप्ताह भी जारी है । सैकड़ों मासूम भी इस युद्ध की भेंट चढ़ गए हैं, हजारों बेघर हो गए हैं । पूरा विश्व इस युद्ध पर नजरें गड़ाए बैठा है, एक ओर से फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास की तरफ से रॉकेट दागे जा रहे हैं तो वहीं इजरायल भी आक्रामक जवाबी कार्रवाई में जुटा हुआ है । इस युद्ध के बीच दुनिया के मुस्लिम देश फिलिस्तीनियों पर इजरायल के हमले को रोकने और संघर्षविराम के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोशिशों में जुटे हुए हैं । लेकिन, तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन का बयान चर्चा में आ गया है । उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है, जिसके बाद सनसनी मच गई है ।
इजरायल का साथ देने पर अमेरिका पर साधा निशाना
दरअसल, एर्दोगन ने अमरीकी प्रशासन के प्रमुख जो बाइडन के हाथ खून से सने बताए हैं । जनवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद से बाइडन पर ये तुर्की की ओर से सबसे तीखी टिप्पणी है । एर्दोगन पिछले कुछ महीनों से जहां वॉशिंगटन के साथ संबंधों को सुधारने में लगे थे, वहीं अब फिलिस्तीन पर हवाई हमलों के बीच इजरायल को हथियार बेचने की रिपोर्ट से नाराज एर्दोगन ने अमेरिका पर एक बार फिर हमला बोला है ।
बाइडन की आलोचना
एर्दोगन ने बाइडन की आलोचना कर रही मीडिया रिपोर्ट, जिसमें कहा गया है कि अमेरिका ने इजरायल के साथ 735 मिलियन डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी है, इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन पर निशाना साधा । उन्होंने कहा कि “आप अपने खूनी हाथों से इतिहास लिख रहे हैं । आप हमें यह कहने पर मजबूर कर रहे हैं क्योंकि हम इस पर चुप रहने वाले नहीं हैं।” एर्दोगन ने फिलिस्तीनियों के मुद्दे को प्रमुख रूप से उठाने के चलते पूरे मिढिल ईस्ट में समर्थन हासिल कर लिया है । एर्दोगन ने यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद में फिलिस्तीनियों पर हमले की निंदा करते हुए इजरायल को आतंकी देश भी करार दिया था और दुनिया के देशों को फिलिस्तीन के पक्ष में एकजुट होने का आह्वान किया था ।
एर्दोगन का बयान
एर्दोगन ने बाइडेन से कहा- “फिलिस्तीनी क्षेत्र कई अन्य क्षेत्रों की तरह उत्पीड़न, पीड़ा और खून से लथपथ है, जिन्होंने ऑटोमन के अंत के साथ शांति खो दी थी और आप (बाइडेन) इसका समर्थन कर रहे हैं।” आपको बता दें हथियार बेचने की मंजूरी से पहले जो बाइडन ने हमास के रॉकेट हमलों के खिलाफ इजरायल के आत्मरक्षा की बात कही थी । बाइडन प्रशासन की ओर से कई अधिकारी लगातार ये बात कह रहे हैं कि इजरायल को आत्मरक्षा का हक है । अमेरिका की ओर से यूएन के दूसरे सदस्यों की ओर से सीजफायर की कोशिशों को भी सहमति नहीं दी गई है ।